नोएडा
यदि आप दिल्ली में हैं या फिर ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहते हैं और मेट्रो का सफर पसंद करते हैं तो ये खबर आपके लिए है। अब जल्दी ही नोएडा एक्सटेंशन तक मेट्रो दौड़ने वाली है। नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) बहुत जल्द नोएडा को ग्रेटर नोएडा वेस्ट (नोएडा एक्सटेंशन) से जोड़ते हुए एक नए मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण शुरू करने जा रहा है, जो नॉलेज पार्क 5 तक होगा। इसके लिए NMRC की बोर्ड बैठक में DPR को मंजूरी दे दी गई है। अब इस डीपीआर को नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बोर्ड से मंजूरी के बाद यूपी सरकार को भेजा जाएगा। इसके बाद यूपी सरकार केंद्र में भेजेगी।
लंबे समय से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले हाउसिंग सोसायटी के लोग नोएडा एक्सटेंशन में मेट्रो की मांग कर रहे थे। लोगों की मांग को देखते हुए नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने नई मेट्रो कॉरिडोर के लिए डीपीआर तैयार किया था, जिसे एनएमआरसी के बोर्ड बैठक में मंजूरी दे दी गई है। 2,991.60 करोड़ की लागत से बनने वाले इस नए मेट्रो कॉरिडोर में करीबन 11 मेट्रो स्टेशन जोड़े जाएंगे, जो नोएडा को ग्रेटर नोएडा वेस्ट से नॉलेज पार्क 5 तक जोड़ेगा। इस पूरे नए मेट्रो कॉरिडोर की लंबाई 17 पॉइंट 435 किलोमीटर होगी।
दिल्ली से आने वाली लाइन भी जुड़ेगी
दिल्ली से डायरेक्ट ग्रेटर नोएडा वेस्ट की तरफ जाने वाले लोगों को भी इस नए मेट्रो कॉरिडोर के जरिए बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC ) दोनों ने वार्ता कर सेक्टर 61 ब्लू लाइन को इस नए मेट्रो कॉरिडोर से जोड़ने की योजना बनाई है। एक्वा लाइन पर सेक्टर 51 से जुड़ कर यह मेट्रो कॉरिडोर सेक्टर 61 से शुरू होगा, जो एक्वा लाइन और और ब्लू लाइन के लिए इंटरचेंज होगा, उसके बाद ये मेट्रो कॉरिडोर सेक्टर 70, सेक्टर 122 होते हुए ग्रेटर नोएडा वेस्ट से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क 5 तक जाएगा।
मेट्रो बदलने के लिए प्लैटफॉर्म से नीचे नहीं उतरना पड़ेगा
इस रूट पर अब सेक्टर-61 स्टेशन पर दिल्ली से आ रही ब्लू और ग्रेटर नोएडा वेस्ट जाने वाली एक्वा मेट्रो लाइन जुड़ जाएगी। लोगों को मेट्रो बदलने के लिए प्लैटफॉर्म से नीचे नहीं उतरना पड़ेगा। ऐसे में यह इंटरचेंज स्टेशन बनेगा। साथ ही यात्रियों को दिल्ली जाने के लिए सेक्टर-51 स्टेशन पर नीचे उतरकर पैदल चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सेक्टर-61 से बिना उतरे दिल्ली की ओर जा सकेंगे। इसी तरह दिल्ली से आकर ग्रेटर नोएडा की ओर जाने के लिए भी लोग नीचे नहीं उतरेंगे।
बदलाव यह हुआ है कि एक्वा लाइन के सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से नया रूट शुरू होकर ब्लू लाइन के सेक्टर-61 मेट्रो स्टेशन के पास जाएगा। यहां पर ब्लू और एक्वा लाइन का कॉमन प्लैटफॉर्म बनेगा। नई डीपीआर से मेट्रो रूट पर 2 स्टेशन, 2.48 किलोमीटर लंबाई और 794 करोड़ रुपये लागत बढ़ गई है।
ये होंगे स्टेशन
- सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से सीधे चलकर ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो 11 स्टेशनों पर रुकेगी। इससे इन इलाके के यात्रियों को काफी फायदा मिल जाएगा। ये स्टेशन हैं-
- सेक्टर-61 स्टेशन
- सेक्टर-70 स्टेशन
- सेक्टर-122
- सेक्टर-123
- सेक्टर-4 ग्रेटर नोएडा
- सेक्टर-12 इकोटेक
- सेक्टर-2 ग्रेटर नोएडा
- सेक्टर-3, ग्रेटर नोएडा
- सेक्टर-10 ग्रेटर नोएडा
- सेक्टर-12 ग्रेटर नोएडा
- नॉलेज पार्क-5 ग्रेटर नोएडा
इस नए मेट्रो लाइन के बनने से सबसे ज्यादा ग्रेटर नोएडा वेस्ट यानी नोएडा एक्सटेंशन गौर सिटी के आस-पास की सड़कों पर होने वाले हेवी ट्रैफिक से निजात मिलेगी। आपको बात दें कि नोएडा एक्सटेंशन के बड़े हाउसिंग सोसायटी में लाखों लोग रहते हैं, जिस कारण लंबे समय से नोएडा एक्सटेंशन के लिए मेट्रो की मांग की जा रही थी। आबादी का ज्यादा घनत्व होने के कारण नोएडा एक्सटेंशन के इलाके में सुबह-शाम लोगों को हेवी ट्रैफिक का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ये नया मेट्रो कॉरिडोर न केवल लोगों की यात्रा के काम आएगा बल्कि ये सड़क पर ट्रैफिक के दबाव को भी कम करेगा।
अधिकारियों ने बताया कि इस रूट पर मेट्रो चलने पर शुरुआत में करीब सवा लाख राइडरशिप रहेगी। इस बार मेट्रो का जो रूट बनाया गया है वह पहले के मुकाबले करीब ढाई किलोमीटर लंबा है। पहले 14.958 किलोमीटर का था।
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