कटे वृक्ष सिमटते पर्वत…
कटे वृक्ष सिमटते पर्वत, पीड़ा देने वाले हैं एक दिन जब सब मिट जांयेंगे, पड़ें जान के लाले है।
Continue Readingरणथम्भौर से जिस खूंखार बाघ को सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में किया गया था शिफ्ट; कुछ घंटों बाद ही मौत
रणथम्भौर से जिस खूंखार बाघ टी-104 (चीकू) को मंगलवार को उदयपुर जिले की सज्जनगढ़ सेंचुरी में शिफ्ट किया गया था; उसकी कुछ घंटों बाद ही
Continue Readingआसमान को निहारना है तो अभी निहार लीजिए, हो सकता है कुछ सालों में आपको यह दिखना ही बंद हो जाए | जानिए इसकी वजह
यदि आपको आसमान को निहारना है तो अभी निहार लीजिए। टिमटिमाते तारों की झलक अपनी आंखों में ठीक प्रकार से बसा लीजिए। हो सकता है आने वाले समय में
Continue Readingइन आसान स्टेप्स को फॉलो करें और मनाएं यह दिवाली नेचर वाली
आज हम बताएंगे कि दिवाली के इस सीजन कैसे आप एनवायरमेंट और इकोलॉजी को हेल्दी रख सकते हैं। और प्रकृति का ख्याल कर सकते हैं… इस दिवाली कुछ ऐसा
Continue Readingजिस दिन नदियों के अधिकार की व्याख्या कर दी गई तो उनको प्रदूषण मुक्त करने की राह हो जाएगी आसान: केएन गोविंदाचार्य
देश के प्रमुख विचारक और चिंतक गोविंदाचार्य ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि गंगा में प्रदूषण को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि नदियों में
Continue Readingमां गंगा के यशस्वी साधक
अविरल गंगा, निर्मल गंगा अनादि काल से भारत भूमि की पहचान रही है। इस पहचान पर किसी भी प्रकार के संकट को हमें सीधे अपने ऊपर संकट
Continue Readingक्यों जरूरी है गंगा संवाद यात्रा?
गंगा जी के सामने आज बंधन (बांध, बैराज ) विभाजन (गंगा जी से निकलने वाली नहरें ) गाद और प्रदूषण का खतरा बढ़ गया है। इस खतरे से समाज और
Continue ReadingOMG! रहस्यमयी तरीके से बढ़ रही दिन की लंबाई, पैदा हो सकती है भयावह स्थिति, वैज्ञानिक वजह खोजने में जुटे
क्या आपको पता है हमारी धरती पर दिन का समय रहस्यमयी तरीके से लम्बा हो रहा है? जी हां; ये सही है और इससे वैज्ञानिक हैरान और परेशान हैं और वह इसकी वजह
Continue Readingपर्यावरण संरक्षण में कंपनियों का सामाजिक उत्तरदायित्व
एक प्रसिद्ध लेखक, अंतरराष्ट्रीय वक्ता और सूत्रधार क्रिस मासर ने पर्यावरण की निर्भरता के बारे में कहा, ‘हम विश्व के जंगलों के लिए जो कर रहे हैं, वह केवल एक दर्पण छवि है जो हम अपने और एक दूसरे के
Continue Readingदेश की नीतियां मानव केंद्रित की बजाए प्रकृति केंद्रित बनाई जाएं: बसवराज पाटिल
राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन व विवेकानंद विचार संस्थान की कोटा इकाई की ओर से सोमवार को मां चर्मण्यवती के पावन तट पर स्थित गोदावरी धाम पर नदी व पर्यावरण संरक्षण विषय पर आयोजित विचार
Continue Reading