नई दिल्ली
कांग्रेस के लिए इस समय एक और बुरी खबर है।ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से पार्टी की उम्मीदवार सुचरिता मोहंती ने अपना टिकट लौटा दिया है। उन्होंने पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल को चिट्ठी भी लिखी है। ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट और राज्य की सात विधानसभा सीटों के लिए 25 मई को मतदान होना है। जबकि नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 6 मई है। पूरी से BJD से अरूप पटनायक और BJP ने संबित पात्रा को खड़ा किया है। दोनों ही अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं।
सुचारिता मोहंती ने टिकट लौटने की वजह भी बताई और कहा कि, ‘मुझे पार्टी से फंड देने से इनकार कर दिया गया। विधानसभा क्षेत्रों में कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया। भाजपा और बीजद पैसे के पहाड़ पर बैठे हैं। यह मेरे लिए मुश्किल था। हर जगह धन का अश्लील प्रदर्शन हो रहा है। मैं उस तरह प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहती। मैं एक पीपल-ओरिएंटेड कैम्पेन चाहती थी लेकिन धन की कमी के कारण यह भी संभव नहीं था। कांग्रेस भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। भाजपा सरकार ने पार्टी को पंगु बना दिया है। खर्चों पर काफी तरह का प्रतिबंध है। मुझे पुरी में जनता का अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था। वे बदलाव चाहते हैं।
कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल को लिखे पत्र में सुचरिता ने कहा, ‘पुरी संसदीय क्षेत्र में हमारा अभियान बुरी तरह प्रभावित हुआ है क्योंकि पार्टी ने मुझे फंड देने से इनकार कर दिया है। पार्टी के ओडिशा प्रभारी डॉ. अजॉय कुमार जी ने स्पष्ट रूप से मुझसे बचाव करने के लिए कहा है। मैं एक सैलरीड प्रोफेशनल जर्नलिस्ट थी, जो 10 साल पहले चुनावी राजनीति में आयी। मैंने पुरी में अपने कैम्पेन में अपना सब कुछ झोंक दिया। मैंने अपने चुनाव अभियान को फंड करने के लिए पब्लिक डोनेशन कैम्पेन चलाने की कोशिश की। लेकिन अब तक इसमें कोई विशेष सफलता नहीं मिली है। मैंने खर्च को भी न्यूनतम करने का प्रयास किया।
उन्होंने आगे लिखा, ‘चूंकि मैं अपने दम पर धन नहीं जुटा सकी, इसलिए मैंने आपका और हमारी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व का दरवाजा खटखटाए, और पुरी संसद सीट पर एक प्रभावशाली अभियान के लिए आवश्यक पार्टी निधि देने का आग्रह किया। यह स्पष्ट है कि केवल धन की कमी ही हमें पुरी में विजयी अभियान से रोक रही है। मुझे खेद है कि पार्टी फंडिंग के बिना, पुरी में अभियान चलाना संभव नहीं होगा। इसलिए, मैं पुरी संसदीय क्षेत्र के लिए कांग्रेस का टिकट वापस कर रही हूं। ऐसे समय में जब सत्तारूढ़ सरकार हर जगह धन का भद्दा प्रदर्शन कर रही है, मैं बिना फंड के चुनाव नहीं लड़ सकती।‘
पुरी से बीजेपी ने संबित पात्रा को उतारा है, जबकि बीजद से अरूप पटनायक चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने संबित पात्रा को टिकट दिया था। तब वह बीजद के पिनाकी मिश्रा से मात्र 11714 वोटों के अंतर से चुनाव हार गए थे। मिश्रा को 538,321 और पात्रा को 5,26,607 वोट मिले थे। कांग्रेस के सत्य प्रकाश नायक महज 44,734 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। 2014 के चुनाव में बीजू जनता दल के उम्मीदवार पिनाकी मिश्रा ने कांग्रेस की उम्मीदवार सुचारिता मोहंती को यहां से हराया था। तब सुचारिता ने 2,59,800 लाख वोट हासिल किए थे। बीजेपी के अशोक साहू को 2,15,763 वोट मिले थे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा निरस्त हो गया था। बसपा सहित अन्य प्रत्याशियों ने भी अपना पर्चा वापस ले लिया था। इसके बाद 22 अप्रैल को बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को निर्विरोध विजेता घोषित कर दिया था। वहीं मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने 29 अप्रैल को अपना पर्चा वापस ले लिया था और फिर भाजपा में शामिल हो गए थे।
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