गाजियाबाद
चार सौ करोड़ के ऋण घोटाले में फरार चल रहे पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी उत्कर्ष कुमार और जेल में बंद तारिक हुसैन का बैंक प्रबंधन ने डिमोशन कर दिया है और अब उनपर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। प्रबंधन ने इनमें से तारिक हुसैन को सीनियर मैनेजर से मैनेजर बनाकर निलंबित कर दिया है जबकि उत्कर्ष कुमार को चीफ मैनेजर से सीनियर मैनेजर पद पर पदावनत कर दिया गया है।
इस घोटाले में इन दोनों को अब कभी बर्खास्त किया जा सकता है। जेल में बंद दो अन्य अधिकारी रामनाथ मिश्रा और प्रियदर्शनी पहले ही बर्खास्त किए जा चुके हैं। बैंक प्रबंधन ने हाल ही जिन दो अधिकारियों को पदावनत किया है उनमें तारिक हुसैन की तैनाती राजस्थान के कोटा में है। घोटाले में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में तैनात अधिकारी संजय चितरवे भी आरोपी है। संजय चितरवे भी PNB के उत्कर्ष कुमार के साथ फरार है। संजय चितरवे के खिलाफ भी सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया प्रबंधन बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है।
रामनाथ मिश्रा, उत्कर्ष कुमार, प्रियदर्शनी, तारिक हुसैन गाजियाबाद में 2015 से 2018 के बीच अलग-अलग शाखाओं में तैनात रहे हैं। इसके बाद इनकी तैनाती आगरा में हुई। घोटाले का खुलासा होने के बाद उत्कर्ष कुमार नोएडा में तैनात था। उसे वहीं से गिरफ्तार किया गया था। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है कि मामले में फरार चल रहे आरोपियों की तलाश के लिए टीमें लगी हैं। फरार चल रहे आरोपियों के खिलाफ जल्द कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
यह है पूरा मामला
आरोपी बनाए गए PNB के इन अफसरों ने गाजियाबाद की चंद्रनगर और आगरा की सूर्यनगर शाखा में तैनाती के दौरान घोटाला किया था। घोटाले के मास्टरमाइंड लक्ष्य तंवर ने फर्जी कागजात पर ऋण के लिए आवेदन किया और ये अफसर बगैर जांच-पड़ताल के ऋण मंजूर करते रहे। पुलिस लक्ष्य तंवर, उसके गिरोह के सदस्यों और बैंक अधिकारियों के 200 बैंक खाते फ्रीज करा चुकी है।
लोन माफिया लक्ष्य तंवर को बैंक अफसरों ने यह भी बता रखा था कि खातों को नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) नहीं होने देना है। अगर एनपीए हो गए तो बैंक के स्तर से जांच होगी और खेल खुल जाएगा। इसलिए, वह खातों में ऋण की कुछ किस्ते चुकाता रहता था। साथ ही नया ऋण लेता रहता था। 250 से ज्यादा फर्जी खातों में ऋण लेकर चुकाना बंद कर दिया।
ये किए जा चुके गिरफ्तार
मुख्य आरोपी लक्ष्य तंवर, पिता अशोक कुमार, बैंक अधिकारी रामनाथ मिश्रा, प्रियदर्शनी, उत्कर्ष कुमार और लक्ष्य के साथी वरुण त्यागी, शिवम, सुनील अरोड़ा, नरेश बग्गा, तुषार गोयल और सुमित कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इन पर 15-15 हजार का इनाम
फरार चल रहे लक्ष्य के साथी दक्ष बग्गा, विशेष बहल, सूरज कालरा, राजरानी कालरा और सुनील कुमार पर पुलिस ने 15-15 हजार का इनाम घोषित किया है। इनमें से सुनील कुमार को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस बैंक अफसर तारिक हुसैन और संजय चितरवे के साथ फरार चल रहे लक्ष्य के अन्य साथियों की भी तलाश कर रही है।
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