जयपुर
राजधानी जयपुर में एक दर्जन से अधिक दवा विक्रेता गैरकानूनी तरीके से नशे के इंजेक्शन बेच रहे थे। ड्रग कंट्रोल विभाग ने बुधवार को इनके खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए 15 दवा विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं। इस बीच जयपुर में नामी साइकेट्रिस्ट डॉक्टर अनिल तांबी को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की टीम ने गिरफ्तारी के बाद एनडीपीएस कोर्ट की लिंक कोर्ट में तांबी को पेश किया गया, जहां से उन्हें कोर्ट के आदेश के बाद 14 दिन के लिए जेल भेज दिया।
बताया गया कि जयपुर के कई दवा विक्रेताओं ने राज्य से बाहर की फर्मों से एविल ड्रग के इंजेक्शन क्रय कर पिछले 8 महीने में करीब 2 लाख इंजेक्शन गैरकानूनी तरीके से बेच दिए। दवा विक्रेताओं द्वारा बिना बिल और चिकित्सीय परामर्श के यह इंजेक्शन बेचे गए। जबकि यह इंजेक्शन अस्पताल में चिकित्सक की देखरेख में ही लगाए जाते हैं।
आपको बता दें कि जयपुर के नामी साइकेट्रिस्ट डॉक्टर अनिल तांबी के घर पर 29 नवंबर की रात को एनसीबी और ड्रग कंट्रोल की टीम ने ज्वाइंट छापा मारा था, जहां से बड़ी संख्या में NDPS श्रेणी की दवाईयों की खेप जब्त की थी। ड्रग कंट्रोल की टीम ने आज इसी मामले में जयपुर के 15 रिटेल मेडिकल शॉप्स के लाइसेंस निरस्त किए हैं।
29 नवंबर को ही इन दुकानों पर टीम ने छापा मारकर यहां से एविल दवाईयों की खरीद-फरोख्त में बड़ी गड़बड़ी पाई थी। औषधि नियंत्रण संगठन की टीम ने निरीक्षण में इंजेक्शन वॉयल की अनियमित तरीके से बिक्री पकड़ी थी। यहां सामने आया था कि मनोरोग विशेषज्ञ के क्लीनिक से इस वॉयल में नशे के लिए मिलाई जाने वाली टेबलेट भी अवैध तरीके से ही बेची जा रही थी। यह खुलासा होने के साथ ही टीम ने थोक विक्रेताओं से आपूर्ति किए गए इंजेक्शन और टेबलेट के रिकार्ड की पड़ताल की। इसमें सामने आया है कि शहर के करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा विक्रेता भी इस कारोबार से जुड़े हैं।
इन दुकानों के निरस्त हुए लाइसेंस
ड्रग कंट्रोल विभाग ने आज जिन मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निरस्त किए उनमें जेडीए कॉलोनी आगरा रोड स्थित कमल मेडिकल एंड प्रोविजन स्टोर, झालाना डूंगरी स्थित श्री धनराज मेडिकल, झालाना मालवीय नगर स्थित वी.जे. फार्मास्यूटिकल्स, झालाना जगतपुरा रोड स्थित नवीन मेडिकल, दिल्ली बाइपास गलता गेट स्थित वैश्नवी मेडिकल, प्रधान मार्ग मालवीय नगर स्थित न्यू लाइफ केयर, कुम्भा मार्ग टोंक रोड स्थित बालाजी मेडिकल, रामनगरीय जगतपुरा स्थित विक्रम मेडिकल, रीको कूकस स्थित श्री साईं मेडिकल, रामगंज स्थित शांती मेडिकल, चौरडिया पेट्रोल पंप सांगानेर स्थित सक्षम मेडिकल, दिल्ली बाइपास आमेर रोड स्थित लाइफ केयर फार्मा, रामगंज बाजार बाबू का टिब्बा स्थित कान्हा मेडिकल, मच्छ की पीपली गोनेर रोड स्थित श्री गायत्री मेडिकल और सिद्धार्थ नगर गैटोर मालवीय नगर स्थित शुभम मेडिकल के नाम हैं।
अन्य मनोरोग विशेषज्ञों के यहां भी पड़ताल
इधर यह मामला सामने आने के बाद अन्य मनोरोग विशेषज्ञों के यहां हुई दवा आपूर्ति की भी पड़ताल की जा रही है। थोक विक्रेताओं से इसका पूरा रिकार्ड भी लिया गया है। दवा जांच संगठन के अधिकारियों के अनुसार टेबलेट के रूप में आने वाली दवा को नशे के लिए गर्म कर घोलकर लेना जानलेवा भी साबित हो सकता है। विभाग इनका इस्तेमाल करने वाले लोगों तक जाने की कोशिश भी कर रहा है।
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