मुम्बई
उद्योग जगत से एक बड़ी दुखद खबर आ रही है। टाटा सन्स के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की रविवार अपराह्न करीब तीन बजे एक सड़क हादसे में मौत हो गई है। ऐक्सिडेंट के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मिस्त्री के साथ उनके ड्राइवर की भी मौत हो गई है।
मुंबई के पालघर के पास कासा के पास मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर यह हादसा उस समय हुआ जब सायरस मिस्त्री अहमदाबाद से मुंबई वापस जा रहे थे। पालघर के पास एक ब्रिज पर डिवाइडर से उनकी मर्सिडीज गाड़ी टकराई। टक्कर के बाद मर्सिडीज के एयरबैग भी खुले, लेकिन मिस्त्री समेत उनके ड्राइवर की मौत हो गई। कार में कुल चार लोग सवार थे।
पालघर के पुलिस अधीक्षक बालासाहेब पाटिल ने बताया, ‘मिस्त्री जिस कार में सवार थे, उसका नंबर MH-47-AB-6705 है। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि बाकी दो लोग घायल हो गए।’ पुलिस ने बताया कि एक्सीडेंट की जानकारी मिलते ही मिस्त्री समेत सभी घायलों को कासा के अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन वहां दो लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। बाकी दो घायलों का इलाज किया जा रहा है।
इसी साल 28 जून को उनके पिता और बड़े उद्योगपति पालोनजी मिस्त्री का निधन हो गया था। सायरस टाटा ग्रुप के छठे चेयरमैन थे। कुछ विवादों के चलते चार साल के अंदर ही उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। इसके बाद खुद रतन टाटा ने अंतरिम चेयरमैन का पद संभाला था। बाद में 2017 में एन चंद्रशेखरन को यह पद दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ड्राइविंग सीट पर महिला थी। साइड सीट पर मिस्त्री बैठे थे। पीछे दो लोग और बैठे थे। हादसा इतना भयानक थी कि गाड़ी के आगे के हिस्से के परखच्चे उड़ गए। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह हादसा कैसे हुआ।
बता दें कि मिस्त्री परिवारी की टाटा सन्स में 18.4 फीसदी की हिस्सेदारी है। सायरस मिस्त्री दूसरे ऐसे चेयरमैन थे जो कि टाटा नहीं थे। उनकी एक बहन की शादी रतन टाटा के भाई नोएल टाटा से हुई है। उनके पिता पालोनजी मिस्त्री बहुत बड़े कारोबारी थे लेकिन सार्वजनिक जगहों पर बहुत कम दिखते थे। सायरस मिस्त्री ने इस कारोबारी परिवार को बड़ी पहचान दिलाई।
लंदन से की इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई
साइरस पालोनजी मिस्त्री का जन्म 4 जुलाई 1968 को हुआ था। वो शापूरजी पालोनजी ग्रुप के प्रमुख पालोनजी मिस्त्री के छोटे बेटे थे। साइरस ने मुंबई के कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की। इसके बाद वे सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए लंदन चले गए। उनके पास लंदन बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री भी थी।
साइरस ने 1991 में अपना फैमिली बिजनेस जॉइन किया था। उन्हें 1994 में शापूरजी पालोनजी ग्रुप का डायरेक्टर नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व में कंपनी ने भारत का सबसे ऊंचा रेसिडेंशियल टावर, सबसे लंबा रेलवे पुल और सबसे बड़े पोर्ट का निर्माण किया। पालोनजी ग्रुप का कारोबार कपड़े से लेकर रियल एस्टेट, हॉस्पिटेलिटी और बिजनेस ऑटोमेशन तक फैला हुआ है।
शिंदे, गडकरी और गोयनका समेत कई लोगों ने दी श्रद्धांजलि
साइरस मिस्त्री के निधन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी समेत कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी है। गडकरी ने लिखा- महाराष्ट्र के पालघर के पास एक सड़क दुर्घटना में टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री जी के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति हार्दिक संवेदना। भगवान उसकी आत्मा को शांति दें। ओम शांति।
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