राजस्थान के दो पर्वतारोहियों ने हिमालय पर 17,163 फीट की ऊंचाई पर किया सूर्य नमस्कार, आजादी के अमृत महोत्सव को किए समर्पित

जयपुर 

राजस्थान के दो पर्वतारोही निवेदिता कौर और कार्तिक खंडेलवाल ने हिमालय पर्वतमाला में समूद्रतल से 17,163 फीट की ऊंचाई पर सूर्य नमस्कार किए। उन्होंने सूर्य नमस्कार माउंट यूनम एक्सपीडिशन के दौरान किए। माउंट यूनम हिमाचल प्रदेश के लाहौल जिले में स्थित है।

दोनों पर्वतारोहियों ने एक्सपीडिशन लेह मनाली मार्ग पर स्थित भरतपुर टेंट कॉलोनी से शुरू किया। यह एक्सपीडिशन का बेस कैंप था जिसकी ऊंचाई समुद्रतल से 15,419 फीट है। यहां निवेदिता और कार्तिक ने 75 सूर्य नमस्कार कर आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित किए।

पर्वतारोहियों ने 30 सूर्य नमस्कार summit camp पर किए जिसकी ऊंचाई 17,163 फीट थी। टेंपरेचर – 10 और ऑक्सीजन लेवल 11% था। उन्होंने  30 सूर्य नमस्कार करने का ही टारगेट क्यों लिया; इस पर पर्वतारोहियों का कहना था कि वे फ्री फिटनेस को प्रमोट करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार ऐसी क्रिया है जिसके लिए ना किसी उपकरण की आवश्यकता है ना ही किसी प्रकार का खर्चा है। उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य सूर्य नमस्कार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाना है।

सूर्य नमस्कार हैं फुल बॉडी एक्सरसाइज
सूर्य नमस्कार फुल बॉडी एक्सरसाइज है जिसमें  सभी मांसपेशी तथा लंग्स की एक्सरसाइज होती हैं। उन्होंने 30 सूर्य नमस्कर करने को लेकर कहा कि सूर्य नमस्कार में 12 पोज़ होते हैं तथा 12 को 30 से गुणा करने पर 360 आता है। 360 एक संपूर्ण गोले का मान है जो  हमारी पृथ्वी को दर्शाता है। 30 सूर्य नमस्कार एक ऐसा नंबर है जो कोई भी साधारण व्यक्ति प्रतिदिन कर सकता है। इस प्रकार इन्होंने इस प्रोजेक्ट को नाम दिया Surya Namaskar, Anytime Anywhere Anyone।

जानिए इन पर्वतारोहियों का परिचय
जोश से लबरेज राजस्थान के इन दोनों पर्वतारोहियों ने कई मुश्किलों का सामना कर अपना यह अभियान पूरा किया। इनमें निवेदिता कौर जयपुर के मानसरोवर में रहती हैं। वह  काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट एंड आउटडोर इंस्ट्रकटर हैं। पर्वतारोहण में दिलचस्पी होने के कारण उन्होंने Basic Mountaineering course, Advance mountaineering course, search and Rescue course कामयाबी के साथ पूरा किया। वह NCC air wing cadet भी रही हैं। University Topper रही निवेदिता महारानी कॉलेज की स्डूडेंट रही हैं। उनके पिता का निधन हो चुका है। ऐसे स्थिति में मां सुरजीत कौर तथा बड़े भाई प्रभुदयाल सिंह ने support किया।

इस अभियान में उनके बराबर के साथी रहे कार्तिक खंडेलवाल  उदयपुर की शिक्षक कॉलोनी में रहते हैं। वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उनका भी पर्वतारोहण के प्रति विशेष आकर्षण रहा है। इसलिए कार्तिक ने भी  Basic Mountaineering course and basic rock climbing course सफलता के साथ पूरा किया। वह उदयपुर में NCC air wing cadet भी रहे हैं। कार्तिक के पिता हेमंत खंडेलवाल राजस्थान की सरकारी सेवा में वरिष्ठ लिपिक हैं।

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