व्याख्याता पदोन्नति विवाद का अंत, सरकार ने निकाली ये गली

जयपुर 

शिक्षा विभाग की मानें तो अब व्याख्याता पदोन्नति विवाद खत्म कर दिया गया है। इसके समाधान के लिए रास्ता निकाल लिया गया है। इसके अनुसार अगस्त 2021 से पहले यूजी-पीजी में असमान विषय वाले शिक्षकों को पदोन्नति में शामिल किया जाएगा। शिक्षा विभाग की ओर से राज्य सरकार को भेजे गए इस प्रस्ताव पर केबिनेट की मुहर लगाने के बाद नियमों में संशोधन कर दिया जाएगा।

आपको बता दें कि राजस्थान शैक्षिक सेवा नियम- 2021 में सेवारत शिक्षकों अध्यापक और वरिष्ठ अध्यापक की व्याख्याता पद पर पदोन्नति के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर में समान विषय की शर्त है। जबकि व्याख्याता विभिन्न विषय पद पर सीधी भर्ती में सरकार ने स्नातक और स्नातकोत्तर में समान विषय की छूट रखी है।

ऐसी विसंगति के कारण राज्य के जिन एक लाख पच्चीस हजार सेवारत शिक्षकों के पास स्नातक और स्नातकोत्तर में अलग-अलग विषय हैं, वे  शिक्षक पदोन्नति की पात्रता सूची से बाहर हो रहे हैं। एक ही पद पर भर्ती और पदोन्नति के नियम अलग-अलग होने से यह विसंगति पैदा हुई है। इसका शिक्षक विरोध कर रहे हैं। अब सरकारइस नियम में बदलाव करने जा रही है।

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