अजब गजब
आज ‘नई हवा’ के इस अंक में हम बताने जा रहे हैं एक ऐसी महिला की कहानी जो चालीस साल की उम्र में 44 बच्चों की मां बन गई। इस दौरान उसने चार बार जुड़वां, पांच बार तीन और चार बार पांच बच्चों को जन्म दिया। उसके छह बच्चों की मृत्यु हो चुकी है।
इस महिला की इस समय उम्र 43 साल है। महिला का नाम है मरियम नबातांज़ी (Mariam Nabatanzi ) जो पूर्वी अफ्रीका के युगांडा में मुकोनो जिले की की रहने वाली है। 40 साल की उम्र में वह 18 साल प्रेग्नेंट रही और 44 बच्चों को जन्म दे चुकी है। इसलिए उनको पूरे अफ्रीका की ‘मोस्ट फर्टाइल वुमन’ कहा जाता है।मरियम के गांव में लोग उसे नालोंगो मुजाला बना बुलाते हैं। इसका अर्थ है जुड़वा मां जो चार-चार बच्चे पैदा कर सकती है।
मरियम ने सिर्फ एक बार ही सिंगल बच्चे को जन्म दिया। इसके अलावा चार बार जुड़वां, पांच बार तीन और चार बार पांच बच्चों को जन्म दिया। उनके छह बच्चों की मृत्यु हो चुकी है। अभी जीवित 38 बच्चों में 20 बेटे और 18 बेटियां हैं, जिन्हें वह अकेले ही पाल रही है। पति उसे 2016 में छोड़कर चला गया। इस महिला ने 2016 में आखिरी बच्चे को जन्म दिया।
मरियम अपने बच्चों के साथ नॉर्थ कंपाला से 31 मील दूर खेतों से घिरे एक गांव में सीमेंट से बने तंग घर में रहती है। मरियम के पति के छोड़कर जाने के बाद एक महिला ने उसे कुछ पलंग दिए थे। मरियम और बच्चे उन पर ही सोते हैं। एक गद्दे पर दो बच्चे सोते हैं। मरियम का सारा समय बच्चों की देखभाल और पैसा कमाने में गुजरता है। वह अपने बच्चों को पालने के लिए कई सारे काम कर चुकी हैं, जिसमें कटिंग करना, कबाड़ इकट्ठा करना, दवाई बेचना शामिल है।
12 साल की उम्र में हो गई थी शादी
मरियम जब 12 साल की थीं, तब उनके माता-पिता ने उसकी शादी उससे उम्र में 28 साल बड़े शख्स से कर दी थी। मरियम ने 13 साल की उम्र में पहली बार जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। एक साल बाद तीन बच्चों को जन्म दिया और एक साल बाद फिर चार बच्चों को जन्म दिया।
पिता के भी थे 45 बच्चे
युगांडा के एक अखबार ‘डेली मॉनिटर’ से बातचीत में मरियम ने कहा कि पहले बच्चे के जन्म के बाद अहसास हुआ कि उनकी फर्टिलिटी अन्य महिलाओं की अपेक्षा अधिक है। मरियम ने बताया कि ‘लोगों के लिए यह चौंकाने वाली घटना थी। लेकिन मेरे लिए नहीं थी, क्योंकि मेरे पिता के 45 बच्चे थे। मैं अपने परिवार में यह सब देख चुकी थी। मैं अपने परिवार में यह सब देख चुकी थी।’
हर दिन घर में 10 किलो आटा खर्च
मरियम बताती है, ‘हर दिन घर में 10 किलो आटा खर्च होता है। 4 किलो चीनी और तीन साबुन भी रोज खत्म होते हैं। यह ईश्वर का ही आशीर्वाद है कि मेरा परिवार आज तक कभी भूखा नहीं सोया।’ मरियम पर ‘डेली मॉनिटर’ ने एक स्टोरी की थी, जिसके बाद क्राउड फंडिंग के जरिए मदद के लिए एक महीने में 10 हजार डॉलर रुपए जमा हुए थे।
जब इतने अधिक बच्चे होते गए तो वह डॉक्टर के पास गईं और तब उन्हें डॉक्टर ने एक मेडिकल कंडिशन के बारे में बताया था। मरियम ने डॉक्टर से बर्थ कंट्रोल के बारे में पूछा तो डॉक्टर्स ने कहा कि परिवार नियोजन का कोई भी तरीका उन पर काम नहीं करेगा। साथ ही उन्हें चेतावनी भी दी कि अगर बच्चों को जन्म देना बंद कर दिया तो उन्हें गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं या फिर जान भी जा सकती है। मरियम ने दूसरे गर्भनिरोधक तरीकों से प्रेग्नेंसी रोकने की कोशिश की, लेकिन उससे उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह करीब 1 महीने तक कोमा में रहीं।
डॉक्टर्स ने बताई ये वजह
डॉक्टर्स ने मरियम को बताया, उसके अंडाशय असामान्य रूप से बड़े हैं, जिसके कारण उसके शरीर में हाइपर ओव्यूलेशन (Hyperovulation) नामक स्थिति बनी है। हाइपर-ओव्यूलेट स्थिति आनुवांशिक होती है। इस स्थिति में ज्यादा बच्चे पैदा करने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। युगांडा की राजधानी कंपाला के मुलगो हॉस्पिटल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चार्ल्स किगगुंडु (Dr. Charles Kiggundu) के मुताबिक, मरियम की फर्टिलिटी काफी अधिक थी, इस कारण वह इतने अधिक बच्चे पैदा कर रही थीं। मरियम की स्थिति में कोई भी बर्थ कंट्रोल तकनीक काम नहीं करती और अगर ऐसा किया भी जाता तो उन्हें गंभीर बीमारियां का खतरा भी हो सकता था। हालांकि, हाइपर ओव्यूलेशन का इलाज मौजूद है लेकिन युगांडा के ग्रामीण इलाके में उन तकनीकों का आना काफी मुश्किल था।