जयपुर
राजस्थान में दो दिन की भारी बारिश के बाद आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। इन जिलों में हजारों लोग बाढ़ में फंसे हैं जिनके रेस्क्यू करने के लिए सेना की मदद मांगी गई है। वहीं NDRF और SDRF की 17 टीमों को मदद के लिए भेजा गया है। बीते 24 घंटे में उदयपुर, जयपुर, कोटा, अजमेर और भरतपुर संभाग के कई जिलों में 3 से लेकर 11 इंच तक बरसात हुई है। इधर बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेज होने से उसके गेट खोलने की नौबत आ सकती है। (ऊपर का चित्र झालावाड़ के अकलेरा मेला मैदान का है )
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बारिश के कारण कई जगह जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बाढ़ की सबसे ज्यादा ख़राब हालत कोटा संभाग की है जहां हजारों लोग पानी से घेरे हुए हैं। दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं। वे बाढ़ के पानी में टापू जैसे नजर आ रहे हैं। धौलपुर और झालावाड़ में पानी में फंसे हजारों लोगों का रेस्क्यू करने के लिए सेना को तैयार करने के लिए कहा गया है। बारां में 20 लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए सेना से हेलिकॉप्टर मांगा गया है। बिगड़ते हालातों को देखते हुए सेना के हेलीकॉप्टर को भी तैयार रहने को कहा गया है।
हाड़ौती में उफान मारती नदियों और ओवरफ्लो डैम से पानी छोड़े जाने के कारण झालावाड़, बारां, बूंदी, कोटा, सवाई-माधोपुर और करौली में 50 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ में फंस गए हैं। इनमें सेना को मदद के लिए बुला लिया गया है। चंबल नदी में उफान आने के कारण करौली और धौलपुर जिले में नदी से सटे ततीय गांवों में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
11 इंच से ज्यादा बारिश
सूचना के अनुसार बीते 24 घंटे में उदयपुर, जयपुर, कोटा, अजमेर और भरतपुर संभाग के कई जिलों में 3 से लेकर 11 इंच तक बरसात हुई। जिससे नदी-नाले उफान पड़े। टोंक, सवाई माधोपुर में बनास नदी अपने पूरे वेग के साथ बह रही है। बाढ़ के कारण उदयपुर में नेशनल हाईवे बंद हो गया है। हालत ये हो गए हैं कि चंबल का जल स्तर बढ़ने से करौली जिले में 50 से अधिक गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। प्रशासन की टीमें भी इन गांवों में नहीं पहुंच पा रही हैं।
बारां जिले के छबड़ा क्षेत्र में पार्वती और छीपाबड़ौद क्षेत्र में जोरदार उफान से मंगलवार तड़के से ही दर्जनों गांव टापू बन गए है। छबड़ा क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में पार्वती नदी का पानी घुस गया। इससे करीब 500 लोग घिरे हुए हैं।
मौसम केन्द्र जयपुर और जल संसाधन विभागकी सूचना के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा 11 इंच से ज्यादा बरसात झालावाड़ के डग में हुई। प्रतापगढ़ के अरनोद में करीब 10 इंच पानी बरसा। अजमेर, टोंक, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, झालावाड़, उदयपुर जिलों में भी भरी बारिश की सूचनाएं हैं।
24 अगस्त से राहत मिलने की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार 24 अगस्त से राहत मिलने की उम्मीद है। कल से इस सिस्टम का असर धीमा पड़ जाएगा और केवल पश्चिमी राजस्थान के कुछ एरिया में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 25 अगस्त को राज्य के अधिकांश एरिया में मौसम साफ रहेगा।
बीसलपुर बांध के खोलने पड़ सकते हैं गेट
इधर अजमेर, जयपुर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध में पानी की आवक तेज हो गई है। त्रिवेणी नदी का गेज बढ़कर 7 मीटर पर पहुंच गया, जिसके चलते बांध का गेज पिछले 24 घंटे के दौरान 313.02 से बढ़कर 313.91 आरएल मीटर पर पहुंच गया। जिस स्पीड से पानी आ रहा है, उसे देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि बांध के अगले 2-3 दिन में गेट खोलने पड़ सकते हैं।
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