जयपुर सहित राजस्थान में कई जगह हिली धरती, दहशत में बाहर निकले लोग | हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा में भी कांपी धरती

नई दिल्ली 

नेपाल में आए तेज भूकंप से राजस्थान के कई इलाकों में भी मंगलवार दोपहर धरती हिल गई। भूकंप जमीन से 10 किलोमीटर नीचे आया। इसके कारण झटकों का असर भारत के कई राज्यों में हुआ। राजस्थान के अलावा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा में भी धरती हिली है।

छंटनी के बीच इस कंपनी में नौकरियों की बौछार, CEO का सोशल मीडिया पर पोस्ट- सीधा मुझे भेजें रिज्यूमे

राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित अलवर और दौसा के आसपास के इलाकों में मंगलवार दोपहर करीब ढाई बजे भूकम्प के झटके महसूस किए गए। वहीं दिल्ली में भी भूकम्प के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सिसमोलॉजी ने भूकम्प की तीव्रता 5.8 मापी है। भूकम्प का केन्द्र नेपाल था। जिससे लोगों में दहशत फैल गई। 15 सैकंड में दो बार भूकम्प के झटके महसूस किए गए। भूकम्प से अभी कहीं कोई नुकसान की जानकारी नहीं मिली है।

जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- भूकंप का केन्द्र नेपाल का पहाड़ी इलाका रहा। वहां 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। राजस्थान में भूकंप का असर दिल्ली-एनसीआर से लगे अलवर, भिवाड़ी, जयपुर और दौसा के कुछ हिस्सों में हुआ। उन्होंने बताया कि भूकंप भारतीय समयानुसार दोपहर 2 बजकर 28 मिनट 31 सेकेंड पर आया। भूकंप के झटकों से जयपुर में लोग सहम गए। लोग घरों से बाहर आ गए। किसी भी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। लोगों ने बताया कि जयपुर में दो बार भूकम्प के झटके महसूस किए गए। ये दोनों झटके कुछ सैकण्डों के अंतराल में ही आए। लोगों ने एक दूसरे को फोन करके भी जानकारी ली।

UP के कई शहरों में भी झटके
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, पीलीभीत, अयोध्या, गोरखपुर समेत तकरीबन सभी शहरों में लोगों ने 30 सेकेंड तक झटके महसूस किए हैं। कई शहरों में लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। दफ्तर की छतों पर जाकर सुरक्षित हुए। ये झटके मंगलवार करीब 2.30 बजे महसूस किए गए हैं।

7 जनवरी को भी आया था भूकंप
7 जनवरी 2023 को भी दिल्ली-NCR में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। इस भूकंप की तीव्रता 5.9 पाई गई है। इसका केंद्र अफगानिस्तान का हिंदूकुश इलाका रहा है। इस भूकंप से जम्मू-कश्मीर भी प्रभावित हुआ था।

भूकंप क्यों आते हैं?
पृथ्वी की सतह के हिलने को, भूकम्प कहते हैं। यह पृथ्वी के स्थलमण्डल (लिथोस्फ़ीयर) में ऊर्जा के अचानक मुक्त होने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकम्पीय तरंगों की वजह से होता है। भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।

नोट:अपने मोबाइल पर नई हवा’की खबरें नियमित प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम  और सिटी लिखकर मैसेज करें

छंटनी के बीच इस कंपनी में नौकरियों की बौछार, CEO का सोशल मीडिया पर पोस्ट- सीधा मुझे भेजें रिज्यूमे

कानून मंत्री किरेन रिजिजू का जजों को लेकर बड़ा बयान ‘जजों को जांच का सामना नहीं करना पड़ता, जनता  सब देख रही है, सोशल मीडिया का जमाना है’

SC Collegium: ‘सुप्रीम कोर्ट ने संविधान को किया हाईजैक’| रिजिजू ने पूर्व जज का वीडियो शेयर कर कही यह बात

आसमान को निहारना है तो अभी निहार लीजिए, हो सकता है कुछ सालों में आपको यह दिखना ही बंद हो जाए | जानिए इसकी वजह

दरपन मन टूक टूक हो गया…

आदमी अब खूब रोता है…