बैंक लॉकर्स की मेंटेनेंस करने वाला ही निकला चोर, दो करोड़ के गहने चोरी करने के बाद  बोला- बेचने का मूड नहीं था | बैंक अफसरों की भी सामने आई लापरवाही

सार: बैंक लॉकर्स की मेंटेनेंस करने वाला कर्मचारी एक सरकारी बैंक के लॉकर्स को तोड़ता  रहा और गहनों की चोरी करता रहा और जब पकड़ा गया तो बोला- चोरी किए इन गहनों को बेचने का उसका कोई मूड नहीं था। उसने इस बैंक के लॉकर्स तोड़कर करीब डेढ़ करोड़ के गहने चोरी किए थे। अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उससे दो करोड़ के गहने बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस की जांच में बैंक अफसरों की लापरवाही भी सामने आई है। पुलिस ने उनके खिलाफ एक्शन लेने के लिए बैंक मुख्यालय को लिखा है।

मामला उत्तरप्रदेश के शहर कानपुर की बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) की किदवई नगर शाखा का है जहां के लॉकर्स से करीब डेढ़ करोड़ के जेवर चोरी हो गए थे। पुलिस ने अब इसका खुलासा कर दिया है। खुलासे में चौंकाने वाली बात इस सामने आई कि लॉकर्स से चोरी करने वाला कोई और नहीं बल्कि लॉकर मेंटेनेंस करने वाली गोदरेज कंपनी का ही एक कर्मचारी था। उसकी पहचान रोहित शुक्ला के रूप में हुई है रोहित शुक्ला शहर के बैंकों की 300 शाखाओं में लॉकरों की मरम्मत कर चुका है। उसके पास से मिले अतिरिक्त 30 लाख के जेवर इन्हीं बैंकों के लॉकरों में रखे होंगे, जो उसने चुराए थे। पुलिस उससे इस संबंध में भी पूछताछ कर रही है।

इनकम टैक्स अपडेट…

गिरफ्त में आरोपी

पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड का कहना है रोहित एक लॉकर मेंटेनेंस करने वाली कंपनी की तरफ से बैंक में लॉकर ठीक करने गया था उसी दौरान उसने वारदात को अंजाम दिया चोरी करने वाले ने जेवरों को दो साल तक घर में ही रखा था जब वह पकड़ा गया तो उसने कहा कि इन गहनों को बेचने का उसका मूड नहीं था ये भी कहा कि कोई उसकी जमानत न कराए, राम का नाम लेकर सब ठीक हो जाएगा

साल 2021 में हुए थे चोरी
पुलिस ने बताया कि साल 2021 में कानपुर की बैंक ऑफ बड़ौदा की किदवई नगर शाखा से एक लॉकर से डेढ़ करोड़ के जेवर चोरी हो गए थे यह लॉकर रमा अवस्थी के नाम पर दर्ज था, जिसे उनकी बेटी श्रद्धा शुक्ला ऑपरेट करती थी दिलचस्प बात ये है कि  दो साल तक ना बैंक अधिकारियों और ना ही लॉकर मालिक को इसकी भनक लगी मामला प्रकाश में आने के बाद 13 हजार जीबी के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर पुलिस ने इसका खुलासा कर दिया इस दौरान पता चला कि चोरी करने वाले ने जेवरों को दो साल तक घर में ही छिपाए रखा

पुलिस को बैंक प्रबंधन ने 18 महीने सीसीटीवी फुटेज दिए थे। उसे चेक करते वक्त 10 सितंबर के फुटेज में रोहित हाथ में एक झोला लेकर लॉकर रूम के अंदर अकेला जाते नजर आया। जब वह बाहर आया, तो उसकी गतिविधि अजीब सी लगी। उसने झोले को अजीब तरीके से पकड़ा हुआ था, जिससे वह कुछ छिपाता नजर आया।

बैंक अफसरों ने बरती लापरवाही
पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड का कहना है कि इसी बैंक शाखा से 2019 में भी एक लॉकर से साढ़े तीन सौ ग्राम सोना चोरी हुआ था वह चोरी भी इसी ने की थी ये बात आरोपी ने कबूल भी की है पुलिस ने उसके पास से लूटा गए जेवर बरामद कर लिया है पुलिस कमिश्नर का कहना है कि इसमें बैंक अधिकारियों ने लॉकर मेंटेनेंस कराते समय नियमों का पालन नहीं कियाइसलिए मामले में उनकी भी बड़ी लापरवाही रही हैअनऑपरेट लॉकरों को तोड़ने और मरम्मत के लिए जारी की गई आरबीआई की गाइडलाइन का पालन नहीं किया गया था। आरबीआई की नई गाइडलाइन के तहत वीडियोग्राफी भी करानी चाहिए। लेकिन, बैंक ऑफ बड़ौदा में इस पूरी प्रक्रिया का कहीं भी पालन नहीं किया गया। लिहाजा उनके मुख्यालय को लापरवाह अफसरों के खिलाफ एक्शन लेने को लिखा जा रहा है

लॉकर रूम में छोड़ा था अकेला
जांच में खुलासा हुआ कि लॉकर कंपनी के कर्मचारी के भरोसे पूरा लॉकर रूम छोड़ दिया गया था। आरोपी रोहित शुक्ला ने उसने बताया कि कई बार उसे लॉकर रूम में अकेला ही छोड़ दिया जाता था। लॉकर इंचार्ज भी उसका काम नहीं देखने आती थी। लॉकर रूम में कोई सीसीटीवी भी नहीं लगा है। ऐसे में उसने लॉकरों को तोड़ने का प्लान बनाया।

जेवर बरामद होने पर लॉकर को ऑपरेट करने वाली श्रद्धा शुक्ला अब काफी खुश हैं उनका दावा है इस चोरी में बैंक के अधिकारी निश्चित रूप से शामिल रहे हैं आरोपी का कहना है कि जेवर बेचने का मूड नहीं था, इसलिए घर में ही रखे रहा उसने ये भी कहा, “मैं चाहता हूं कि भगवान करे कोई मेरी जमानत न कराए, राम का नाम लेकर सब ठीक हो जाएगा

पुलिस को रोहित के पास से करीब ढाई किलो सोने और पांच किलो चांदी के गहने मिले हैं। इनमें पीड़ित बैंक ग्राहकों के गहने निकलवाने के बाद भी करीब 30 लाख के गहने शेष हैं। इनमें भगवान के छत्र, मुकुट आदि भी शामिल हैं। ऐसे में पुलिस को आशंका है कि उसने किसी मंदिर या अन्य किसी बैंक के लॉकर में भी चोरी की है।

पुलिस की भी रही ढिलाई
अक्तूबर 2021 में अजय गुप्ता के लॉकर से 20 लाख के गहने पार किए थे। 12 अक्तूबर को अजय ने लॉकर से गहने गायब देख बैंक अफसरों और पुलिस से शिकायत की थी। 13 अक्तूबर को एफआईआर भी दर्ज कराई थी, लेकिन बैंक के अफसर अजय गुप्ता को ही झूठा बताने में तुले रहे। पुलिस भी जांच के नाम पर खानापूरी करती रही। इसी का फायदा रोहित शुक्ला ने उठाया। उसे लगा कि मामला बैंक-ग्राहक और पुलिस में ही उलझ कर रह गया है इसलिए वह बच गया। दो साल तक उसके पीछे पुलिस नहीं आई, तो उसे भरोसा हो गया था कि पुलिस उस तक नहीं पहुंच सकेगी। इसके बाद उसने कई वारदात की। पुलिस को उसके पास करीब दो करोड़ के गहने मिले हैं।

नोट:अपने मोबाइल पर नई हवा’की खबरें नियमित प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें

हरियाणा में दर्दनाक हादसा: बेकाबू कार पेड़ से टकराई, 6 युवकों की मौत | शादी समारोह से घर वापस लौट रहे थे

गहलोत सरकार ने किया पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, इन IPS अफसरों को मिली नई जिम्मेदारी

इनकम टैक्स अपडेट…

इंसान तो जैसे मायावी हो गया…

भांजे की शादी में 8 करोड़ 15 लाख का मायरा, 2.21 करोड़ नकद, एक किलो सोना, 100 बीघा जमीन और गांव के हर परिवार को दिया डेढ़ तोला चांदी का सिक्का

देश के 6 करोड़ नौकरीपेशा लोगों को बड़ा तोहफा, EPFO ने बढ़ा दिया PF पर इतना ब्याज

कर्मचारियों के NPS को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान, कही ये बात