आंदोलन का एक अद्भुत तरीका ये भी, मांगें मनवाने के लिए सैकड़ों महिळाओं ने शुरू की  पट्ट्या परिक्रमा | सीएम के सभास्थल पर भी जाएगी पट्ट्या परिक्रमा

भरतपुर 

गुरूवार को भरतपुर शहर के बाजार में अद्भुत नजारा था जब कच्चा परकोटा संघर्ष समिति के बैनर तले  सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पट्टा दिलाने की मांग को लेकर पट्ट्या परिक्रमा (दण्डवत) देने को मजबूर हुईं। संघर्ष समिति ने एलान किया है कि शुक्रवार को होने वाली मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभा स्थल तक पट्ट्या परिक्रमा जारी रखी जाएगी। संघर्ष समिति का कहना है कि कच्चे परकोटे के वासी उनके साथ हो रहे सौतेले व्यवहार को लेकर सीएम को अवगत कराएंगे। स्थानीय विधायक और मंत्री की साजिशों का भी सीएम के सामने पर्दाफाश करेंगे।

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पट्टे के लिए कई साल से संघर्ष कर रहे भरतपुर शहर के कच्चे परकोटा पर  रहने वाले लोगों ने अपनी मांग के प्रति ध्यान आकृष्ट करने के लिए पट्ट्या परिक्रमा (दण्डवत) की शुरुआत कुम्हेर गेट चौराहे से की जहां  काफी संख्या महिला एवं पुरूष एकत्रित हुए। सर्वप्रथम कुम्हेर गेट चौराहे पर एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया, जिसमें समिति के विभिन्न वक्ताओं ने पट्ट्या परिक्रमा के सम्बन्ध में अपने विचार व्यक्त किये। इसमें मातृ शक्ति के समूहों में उपस्थित 300-400 महिलाओं ने अपना अपूर्व सहयोग प्रदान किया।

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महिला समूह में से 200-250 महिलाओं ने पूजा अर्चना के साथ पट्ट्या परिक्रमा की शुरूआत की। समस्त परकोटा वासियों ने जयकारे लगाये। पट्या परिक्रमा के आगे-आगे तिरंगा झण्डा लेकर दिव्यांग दिनेश सैन और मंगल सिंह कर्मचारी नेता चल रहे थे। पट्ट्या परिक्रमा का नेतृत्व समिति संयोजक जगराम धाकड़ ने किया।

पट्ट्या परिक्रमा के आरम्भ में कुम्हेर गेट चौराहे पर आयोजित हुई सभा के प्रारम्भ में व्यापार महासंघ के अध्यक्ष संजीव गुप्ता ने कहा कि वर्षों से पट्टों की मांग कर रहे गरीब तबकों के लोगों की जायज मांग के अनुसार पट्टे दिये जाने चाहिये। संघर्ष समिति के इस आन्दोलन को पूर्ण समर्थन देने की बात कही।

पट्या परिक्रमा कुम्हेर गेट चौराहे से बिजलीघर चौराहे तक जारी रखी गई। कुम्हेर गेट से बिजलीघर तक पूर्ण पट्ट्या परिक्रमा की गई और आगामी शुक्रवार को बिजलीघर चौराहे से मुख्यमंत्री के सभा स्थल तक पट्या परिक्रमा जारी रखने की घोषणा की गई। शहर में कुम्हेर गेट, लक्ष्मण मंदिर, चौबुर्जा, नगर निगम कार्यालय के सामने एवं बिजलीघर चौराहे पर नुक्कड़ सभाओं का आयोजन कर शहर की जनता एवं व्यापारियों को अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए प्रदर्शन किया गया।

भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरधारी तिवारी ने स्थानीय जनप्रतिनिधि पर गरीब मजदूर तबकों के साथ भेदभाव, पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम प्रशासन स्थानीय मंत्री के दबाब में राज्य सरकार के केबिनेट मंत्री के द्वारा आदेश कराने के बावजूद कच्चे परकोटे वासियों को पट्टे नहीं दिये जा रहे हैं, जो स्थानीय मंत्री की गरीब विरोधी नीति है।

कर्मचारी नेता मंगल सिंह, राजवीर सिंह चौधरी, खूबीराम चौधरी, देवी सिंह, प्रहलाद गुप्ता, समन्दर सिंह, ओमप्रकाष मिश्रा, अशोक सिंह, खेमचंद, मिश्री लाल, मान सिंह, भागमल वर्मा, श्रीराम चंदेला, प्रवीण चौधरी आदि ने अपने सम्बोधन में स्थानीय मंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते हुए पट्टे नहीं दिये गये तो संघर्ष समिति उग्र आन्दोलन कर आगे आने वाले चुनावों में सबक सिखाएगी।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष इन्द्रजीत भारद्वाज ने आन्दोलन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भरतपुर शहर के मिट्टी के परकोटे पर लगभग 2000 गरीब मजदूर तबके के परिवार अति परम्परागत सघन आबादी के रूप में राजकीय एवं नगर निगम के स्वामित्व की गैरमुमकिन आबादी की भूमि पर निवास करते आ रहे हैं। मौके की स्थिति एवं दस्तावेजों की स्थिति को नजर अंदाज कर नगर निगम प्रशासन से भ्रमित करने वाली रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को भिजवायी जाकर 69ए के तहत मिलने वाले पट्टों को रोका जा रहा है जो स्थानीय जनप्रतिनिधियों के दबाब में किया जा रहा है।

भारद्वाज ने नगर निगम प्रशासन पर आरोप लगाया कि दिनांक 25.07.2022 को हुए आदेशों पर पट्टे देने के संदर्भ में 6 माह बीत जाने के बाद भी कच्चे डण्डे के पट्टे देने की कार्यवाही नहीं की गई। जिससे साफ जाहिर होता है कि कच्चे परकोटे पर रहने वाले लोगों को एक षडयंत्र के तहत पट्टे देने के नाम पर परेशान कर रहे हैं और सरकार को गलत रिपोर्ट भेजी जा रही है। उन्होंने विधायक एवं मंत्री पर आरोप लगाया कि कच्चा परकोटा सुजानगंगा नहर, दिल्ली दरवाजा, अनाह गेट, फतेहबुर्ज एवं नौह गांव के टीले के चारों ओर रहने वाले लोगों को पट्टा नहीं देकर सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।

भारद्वाज ने एक ही किस्म की भूमि, एक ही खसरा नम्बर में बसी हुई सघन आबादी पर दोहरे मापदण्ड अपनाने का नगर निगम प्रशासन पर आरोप लगाया, जबकि कच्चे परकोटे पर रहने वाले लोग ले आउट प्लान, नियमन के मापदण्डों में नहीं आते हैं। डण्डे के कब्जेधारी लोग स्टेट एक्ट एवं 69ए के तहत पट्टे प्राप्त करने के मापदण्डों के अन्तर्गत आते हैं। लेकिन नगर निगम प्रशासन डण्डे वालों से नियमन के नाम पर मोटी राशि वसूल कर शोषण कर सौतेला व्यवहार करने पर आमादा है।

बिजलीघर चौराहे पर भाजपा नेता नैमसिंह फौजदार ने कच्चा परकोटा संघर्ष समिति को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस आन्दोलन को पार्षद श्यामसुन्दर गौड, दाऊदयाल शर्मा, कपिल फौजदार, पूर्व पार्षद शैलेष कौशिक, विप्र फाउण्डेशन के पदाधिकारियों ने नुक्कड़ सभाओं को संबोधित कर अपना समर्थन व्यक्त किया।

अन्त में संघर्ष समिति के संयोजक जगराम धाकड़ ने आगामी दिनांक 23.12.2022 तक पट्ट्या परिक्रमा को स्थगित करते हुए शुक्रवार को प्रातः 8 बजे बिजलीघर चौराहे पर बुलाकर पट्ट्या परिक्रमा आरम्भ कर मुख्यमंत्री का रास्ता रोककर परकोटे वासियों के साथ किये जा रहे अन्याय एवं शोषण से अवगत कराया जायेगा। इसी पट्ट्या परिक्रमा में शहर के चारों ओर के परकोटा वासियों ने भाग लिया। अन्त में संयोजक जगराम धाकड़ ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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