CJI एनवी रमना सहित सुप्रीम कोर्ट के आठ जज इस साल हो जाएंगे रिटायर, जानें कौन कब होंगे सेवानिवृत

नई दिल्ली 

नए साल 2022 में न्यायपालिका की सर्वोच्च संस्था सुप्रीम कोर्ट में इस बार कई बदलाव देखने को मिलेंगे। इस साल CJI एनवी रमना (CJI NV Ramana) सहित सुप्रीम कोर्ट के आठ जज  रिटायर हो जाएंगे

दो CJI इसी साल होंगे रिटायर
इस साल दो CJI रिटायर होंगे इनमें जस्टिस रमना सहित दो प्रधान न्यायाधीश शामिल होंगे। एनवी रमना 26 अगस्त को सेवानिवृत होंगे। वरिष्ठता क्रम के मुताबिक उनके बाद जस्टिस यूयू ललित (Justice UU Lalit) सीजेआई होंगे लेकिन केवल लगभग 3 महीने के लिए और फिर वह भी आठ नवंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे जस्टिस ललित के बाद वरिष्ठता क्रम के हिसाब से नवंबर में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ उनकी जगह लेंगे जो कि 10 नवंबर, 2024 तक यानी दो साल भारत के प्रधान न्यायाधीश पद पर रहेंगे।

इस साल सीजेआई एनवी रमना के अलावा जस्टिस आर सुभाष रेड्डी (R Subhash Reddy), जस्टिस विनीत सरन (Justice Vineet Saran), जस्टिस एएम खानविलकर (Justice AM Khanwilkar), जस्टिस इंदिरा बनर्जी (Justice Indira Banerjee), जस्टिस हेमंत गुप्ता (Justice Hemant Gupta) और जस्टिस यूयू ललित (Justice UU Lalit) सेवानिवृत्त हो रहे हैं

साल की पहला रिटायरमेंट चार जनवरी को
सुप्रीम कोर्ट में साल-2022 का पहला रिटायरमेंट चार जनवरी को होगा। शीतकालीन अवकाश के बाद सुप्रीम कोर्ट खुलने के अगले ही दिन 4 जनवरी को जस्टिस आर सुभाष रेड्डी  रिटायर हो जाएंगे। इसके बाद अगली सेवानिवृति मई में होगी। मई से लेकर नवंबर तक हर महीने एक जज रिटायर होंगे। 4 जनवरी को जस्टिस आर सुभाष रेड्डी के सेवानिवृत होने के बाद तीन महीने तक फरवरी, मार्च और अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट का कोई न्यायाधीश सेवानिवृत नहीं होगा।

दस मई को जस्टिस विनीत सरन रिटायर होंगे और अगले महीने सात जून को जस्टिस एल नागेश्वर राव सेवानिवृत होंगे। जस्टिस नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली पीठ ने प्रोन्नति में आरक्षण के मामले में सुनवाई करके अपना फैसला सुरक्षित रखा हुआ है। ऐसे में सात जून को उनकी सेवानिवृति से पहले प्रोन्नति में आरक्षण के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जाएगा।

मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों का प्रोन्नति में आरक्षण का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। राज्यों और केंद्र ने प्रोन्नति में आरक्षण के बारे में कोर्ट से कई चीजों को स्पष्ट करने का अनुरोध किया है। जस्टिस राव के बाद अगले महीने 29 जुलाई को जस्टिस एएम खानविल्कर सेवानिवृत होंगे। जस्टिस खानविल्कर सुप्रीम कोर्ट में तीसरे नंबर के वरिष्ठतम न्यायाधीश हैं।

23 सितंबर को जस्टिस इंदिरा बनर्जी रिटायर होंगीं और 16 अक्टूबर को जस्टिस हेमंत गुप्ता सेवानिवृत हो जाएंगे। आठ नवंबर को जस्टिस यूयू ललित सेवानिवृत होंगे जो कि वरिष्ठता ‌क्रम के मुताबिक उस वक्त प्रधान न्यायाधीश बन चुके होंगे और प्रधान न्यायाधीश पद से सेवानिवृत होंगे। जस्टिस ललित, जस्टिस रमना के बाद प्रधान न्यायाधीश बनेंगे और वे इस पद पर करीब ढाई महीने रहेंगे। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में पिछले वर्ष एक साथ नौ न्यायाधीशों की नियुक्ति हुई थी, ऐसे में उम्मीद है कि रिक्त होने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट में नए  न्यायाधीशों की नियुक्ति होती रहेगी।

आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों के कुल मंजूर पद 34 हैं, जिसमें से 33 पर न्यायाधीश काम कर रहे हैं। एक पद अभी भी रिक्त है। सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्तियां अगर समय से नहीं हुईं तो वहां जजों की काफी कमी हो सकती है।

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