नर को मादा बनाना अब चुटकी का काम… वैज्ञानिकों ने ढूंढ़ निकाली वो वजह जो करते हैं लिंग का निर्धारण

Research

वैज्ञानिकों अब वो कारण ढूंढ़ निकाले हैं जो लिंग का निर्धारण करते हैं। इससे वैज्ञानिकों के लिए अब नर को मादा बनाना चुटकी का काम हो गया है। हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों की टीम क्रोमोसोम्स के डीएनए में बदलाव (DNA changes in chromosomes) करने में सफल हो गई है। वैज्ञानिकों ने क्रोमोसोम से छह छोटे कणों को हटाकर नर भ्रूण को मादा में बदल दिया। वैज्ञानिकों ने क्रोमोसोम्स के साथ ऐसा प्रयोग किया, जिससे एक नर चूहा मादा बन (male mouse becomes female) गया। बस ये काम तब करना है जब भ्रूण शुरुआती दौर में विकसित हो रहा हो। वैज्ञानिकों की  इस उपलब्धि से उन देशों को फायदा होगा जहां पर लिंग संतुलन करना हो। यह स्टडी हाल ही में नेचर कम्यूनिकेशन (Nature Communication) में प्रकाशित हुई है।

अगले क्षण का कुछ पता नहीं…

इस स्टडी के अनुसार वैज्ञानिकों ने क्रोमोसोम्स के साथ ऐसा प्रयोग किया, जिससे एक नर चूहा मादा बन गया। वैज्ञानिकों का मानना है कि स्तनधारियों के क्रोमोसोम्स में यह ताकत होती है कि वह किसी भी जीव का लिंग निर्धारण कर सकते हैं। क्रोमोसोम्स ही यह तय करते हैं कि किसी भी जीव का बच्चा नर होगा या मादा। नर को मादा बनाना तब ही संभव है जब भ्रूण शुरुआती दौर में विकसित हो रहा हो।

नई स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि Y Chromosomes के कुछ छोटे कणों को हटा देने से नर जीव मादा बन जाता है इन छोटे कणों को माइक्रोआरएनए (mircoRNAs) कहते हैं स्टडी में बताया गया है कि कैसे कुछ खास जीन्स को माइक्रोआरएनए से हटाते ही नर चूहा मादा में बदल गया

इस प्रक्रिया से लिंग परिवर्तन (Sex Reversal) की प्रक्रिया आसान हो गई है ख़ास बात ये है कि जिन वैज्ञानिकों ने अपनी रिसर्च में ऐसा कर दिखाया है; उनको खुद इस पर भरोसा नहीं हो रहा है कि वाकई ऐसा किया जा सकता है यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रैनेडा में जेनेटिक्स के प्रोफेसर और इस स्टडी के सह-लेखक राफेल जिमिनेज ने कहा कि हमें अपनी स्टडी के रिजल्ट पर भरोसा ही नहीं हो रहा है उन्होंने कहा कि इसके जरिए भविष्य में मन मुताबिक बच्चों का लिंग तय कर सकते हैं किसी भी देश में लिंग का अनुपात सुधारा जा सकता है

लिंग निर्धारण का काम करता है SRY जीन
स्तनधारी जीवों में लिंग निर्धारण जो विपरीत जीन्स के बीच के सटीक संतुलन का नतीजा होता है एक जीन नर के शरीर को विकसित करता है जैसे शरीर पर बाल, टेस्टिकल्स दूसरा जीन्स महिलाओं का शरीर बनाता है, जैसे अंडाशय, गर्भाशय आदि यह काम गर्भधारण के बाद कुछ ही हफ्तों में हो जाता है राफेल के साथी फ्रांसिस्को बारियोनुवो ने कहा कि जीवों के विकास के शुरुआती दौर में स्तनधारियों को ये ताकत मिली थी कि वो नर पैदा होंगे या मादा Y Chromosomes में एक जीन पाया जाता है, जिसका नाम है SRY ये जीन ही यह तय करता है कि नर टेस्टिकल्स बनेंगे या नहीं जैसे ही SRY जीन लापता होता है, वह X Chromosome में बदल जाता है, जिससे मादा की ओवरी बनती है

माइक्रोआरएनए तय करते हैं क्या पैदा होगा
इंसानी जीनोम समेत 98 फीसदी स्तनधारी जीवों के डीएनए में प्रोटीन के लिए कोडिंग नहीं होती इसलिए वैज्ञानिक अब तक यह नहीं समझ पाएं हैं कि बाकी के कौन-कौन से जीन लिंग निर्धारण में मदद करते हैं लंबे समय तक जिन्हें जंक डीएनए कहा जाता रहा है, वो असल में नॉन-कोडिंग आरएनए में बदल जाता है

आरएनए शरीर में कई तरह के बायोलॉजिकल प्रोसेस को प्रभावित करता है इनका एक चौथाई हिस्सा माइक्रोआरएनए होता है ये कई तरह के जीन्स के साथ जुड़े होते हैं हजारों माइक्रोआरएनए के बीच वैज्ञानिकों ने छह को खोजा ये छह माइक्रोआरएनए ही लिंग तय करने में बड़ा रोल प्ले करते हैं

इस तरह से किया गया एक्सपेरिमेंट
इसके बाद वैज्ञानिकों ने चूहों के विकसित होते भ्रूण से इन छह जीन्स को हटा दिया उन्हें यह नहीं पता था कि किस चूहे के विकसित होते भ्रूण में कौन सा क्रोमोसोम सेट है यानी XY या XX क्रोमोसोम लेकिन यह पता था कि कौन से जीन्स हटाने से क्या होगा इन्होंने जैसे ही छह जीन्स हटाए XY क्रोमोसोम वाला चूहा मादा में बदलने लगा जबकि XX वाला नर ही बना रहा

नई हवा’ की खबरें अपने मोबाइल पर नियमित और डायरेक्ट प्राप्त करने  के लिए व्हाट्सएप नंबर  9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें। आप अपनी खबर या रचना भी इस नंबर पर भेज सकते हैं।

अगले क्षण का कुछ पता नहीं…

भरतपुर राजघराने में कलह; विश्वेन्द्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध का बड़ा आरोप- पूर्व सीएम गहलोत ने हमारे जख्मों पर नमक छिड़का

JSW सीमेंट का मेगा प्लान: राजस्थान में लगाएगी सीमेंट फैक्ट्री, 3000 करोड़ के निवेश की तैयारी | श्री सीमेंट और अल्ट्राटेक को मिलेगी कड़ी चुनौती

‘बचपन से युवावस्था तक RSS से जुड़ा रहा और अब भी जुड़ा रहूंगा…’ | हाईकोर्ट जज ने रिटायर होते ही बेधड़क कह दी यह बड़ी बात

Good News: मानसून ने दी 72 घंटे पहले दस्तक, अंडमान सागर के तट पर पहुंचा | जानें आपके प्रदेश में कब तक आएगा

SEBI ने बदल दिया ये खास नियम, म्‍यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को मिली बड़ी राहत