नई दिल्ली
पदोन्नति की तमन्ना रखने वाले रेल कर्मचारियों की राह अब और कठिन हो गई है। रेलवे बोर्ड के नए दिशा निर्देशों के बाद रेलवे में ग्रुप ‘सी’ से ग्रुप ‘बी’ प्रमोशन के लिए कर्मचारियों को अब दो परीक्षाओं से गुजरना होगा।
आपको बता दें कि ग्रुप ‘सी’ से ग्रुप ‘बी’ प्रमोशन के लिए कर्मचारियों को पहले एक ही लिखित परीक्षा देनी होती थी। इसमें सफल होने पर उनका प्रमोशन हो जाता था। लेकिन, रेलवे बोर्ड ने हाल ही में निर्देशों में परीक्षा प्रणाली में फेरबदल कर दिया है। नए नियमों के तहत ही परीक्षा का आयोजन होगा।
बोर्ड के निर्देशों के अनुसार ग्रुप ‘सी’ से ग्रुप ‘बी’ पदोन्नति के लिए अब रेल कर्मचारियों को दो परीक्षाएं देनी होंगी। इसके अलावा पहली परीक्षा में 75 फीसदी अंक हासिल करने वाले ही मुख्य परीक्षा यानी दूसरी परीक्षा में शामिल हो पाएंगे। पहली परीक्षा बहुविकल्पीय होगी, जिसमें जो कर्मचारी 75 फीसदी या इससे अधिक अंक हासिल कर पाएंगे, उन्हें ही मुख्य परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाएगा।
नए निर्देशों के अनुसार एक पद के लिए पांच उम्मीदवारों का चयन कर सूची प्रकाशित की जाएगी। अगर सूची में अंतिम क्रमांक पर दो कर्मचारी समान अंक पाते हैं तो दोनों को मुख्य परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए पद के सापेक्ष उम्मीदवार की संख्या पांच से अधिक की जा सकती है।
कर्मचारी कर रहे हैं विरोध
पदोन्नति के लिए रेल प्रशासन द्वारा बनाई गई नई नीति कर्मचारियों को रास नहीं आ रही है। कर्मचारी नेताओं के अनुसार पदोन्नीति की नई नीति कर्मचारियों के हित में नहीं है। इसका रेल कर्मचारी इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
CM अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत पर ई-टॉयलेट टेंडर दिलाने के नाम पर 6.80 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप, FIR दर्ज
भारत के इस राज्य में धधक रही जमीन, निकल रही आग की लपटें, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
PNB ब्रांच मैनेजर सहित सात को कारावास, 1.34 करोड़ का किया था गबन
PNB में 2,060 करोड़ रुपए का एक और फ्रॉड सामने आया, उठाया ये कदम