आगरा
नारकोटिक्स की टीम ने शनिवार को उत्तरप्रदेश में आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र इलाके में छापा मारकर करीब पांच करोड़ की नकली दवाइयां बरामद कीं। इन दवाओं को बनाने की फैक्ट्री एक स्कूल में चल रही थी। आगरा से इन्हें बिहार के रास्ते बांग्लादेश तक सप्लाई किया जा रहा था। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) की टीम ने ऐसी दो फैक्ट्रियों पर छापा मारा। छापे की इस कार्रवाई में असली कंपनी के जैसी दिखने वाली नकली दवाएं बरामद की गई हैं। नारकोटिक्स की टीम ने मौके से केमिकल और अन्य सामान जब्त किया गया। इस मामले में 4 लोगों को अरेस्ट किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
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ये मिली नकली दवाएं
फेंसिड्रिल, वेल्सीरेक्स, कोडिस्टार, कफ केयर, कोसिरेक्स कफ सीरप, एल्जोसेल टैबलेट 0.5, एप्रासेफ 0.5 टैबलेट का जखीरा जब्त किया गया है। इसके अलावा करीब 7 हजार कफ सिरप की तैयार बोतल और भारी मात्रा में रॉ मटेरियल भी बरामद किया गया है।
मिक्स्चर से नकली दवाएं तैयार की जाती थी
DCP सिटी सूरज राय ने बताया कि शनिवार को ANTF की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर थाना जगदीशपुरा और सिकंदरा क्षेत्र में दो फैक्ट्रियों में छापा मारा। यहां पर मिक्स्चर से नकली दवाएं तैयार की जा रही थीं। इसके अलावा कैंट स्टेशन पर दवाओं का पार्सल का पकड़ा गया है। इन्हें बाहर भेजने के लिए लाया गया था। पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक की पहचान की शाहगंज के रहने वाले नरेंद्र शर्मा, खेरागढ़ के रहने वाले मुकेश, जगदीशपुरा के रहने वाले सनी और रोहित कुशवाह के रूप में हुई है।
गिरफ्तार किए गए युवकों ने बताया कि वे रेलवे के पार्सल के जरिए बिहार के रास्ते बांग्लादेश दवाएं भेजते थे। उनसे पूछताछ के आधार पर आगरा में टीमें कई अन्य स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं।
सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि एएनटीएफ की टीम ने आगरा कैंट स्टेशन के पार्सल कक्ष में छापा मारकर करीब 1.5 करोड़ कीमत के कफ सिरप जब्त किए। यहां से पता मिलने पर सिकंदरा क्षेत्र के प्राची टावर चौकी के श्री राधाकृष्ण एजुकेशन इंस्टीट्यूट में बने गोदाम पर छापा मारा। यहां पैकिंग मशीन, नामी गिरामी कंपनी के रेपर, रसायन, कच्चा माल और पैक की गई दवाएं मिलीं। इनकी कीमत करीब ढाई करोड़ आंकी गई है। उपाध्याय ने बताया कि एएनटीएफ के छापे में कफ सिरप, दर्द, नींद, जुकाम-खांसी, एंटीबायोटिक समेत कई तरह की दवाएं हैं। इनको 50-60 कट्टों में भरकर सील किया है। इनमें से सिरप, टैबलेट, रसायन और कच्चा माल के 28 नमूने लेकर जांच के लिए लैब भेजे जाएंगे।
नकली दवाओं की मंडी बन चुका है आगरा
आपको बात दें कि आगरा नकली दवाओं की मंडी बन चुका है। हिमाचल प्रदेश, बंगाल, महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान समेत कई प्रांतों की टीमें यहां आकर छापामार कार्रवाई कर चुकी हैं। यहां बड़े पैमाने पर नकली दवाएं बनाई जाती हैं और उन्हें देशभर में सप्लाई किया जाता है। खासतौर से नकली कफ सीरप आगरा में बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है।
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