पाली
राज्य सरकार ने देर रात को एक महिला टीचर के घर से निकले मारवाड़ जंक्शन SDM को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही इसी प्रकरण में पहले APO की गई महिला टीचर को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
निलंबित मारवाड़ जंक्शन SDM का नाम अजय अमरावत है। कार्मिक विभाग ने रविवार देर रात उनके निलंबन के आदेश जारी किए और उनको राजस्थान सिविल सेवा (आचरण) का दोषी माना। निलंबन काल के दौरान उनका मुख्यालय शासन प्रमुख सचिव कार्मिक विभाग सचिवालय जयपुर रहेगा। मामले में शिक्षिका को भी निलंबित कर उनका मुख्यालय कार्यालय संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा विभाग पाली कर दिया गया है। पहले शिक्षिका को एपीओ किया गया था।
यह है पूरा मामला
गुड़ा मोकमसिंह गांव के ग्रामीणों को शिकायत थी कि अक्सर देर रात को लाल पट्टी लगी एक कार गुड़ा मोकमसिंह स्थित सरकारी स्कूल की शिक्षिका के घर आकर रूकती थी। शुक्रवार रात को भी कार गुड़ा मोकमसिंह गांव में सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल के घर के पास रुकी। उसमें से एक व्यक्ति निकलकर घर में घुसा। गतिविधि संदिग्ध लगने पर ग्रामीणों ने मकान का बाहर से दरवाजा बंद कर दिया और कार की हवा निकाल दी तथा घर के बाहर निगरानी पर बैठ गए। सुबह शिक्षिका ने ग्रामीणों को दरवाजा खोलने के लिए कहा और पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी। इस पर ग्रामीणों ने दरवाजा खोला तो शिक्षिका ने कहा कि उसने खुद कार बुलाई थी। यह कहते हुए वह स्कूल चली गई।
लेकिन उसके बाद भी ग्रामीण शिक्षिका के घर के बाहर डटे रहे। करीब 16 घंटे बाद शनिवार दोपहर करीब एक बजे जोजावर चौकी प्रभारी सुरजीतसिंह मय जाप्ता सिविल वर्दी प्राइवेट कार लेकर गुड़ा मोकलसिंह गांव पहुंचे और एक व्यक्ति को घर से बाहर निकाल कार में बिठाकर अपने साथ ले गए। उक्त व्यक्ति ने मुंह पर रूमाल बांध रखा था। ग्रामीणों ने उसे एसडीएम मारवाड़ जंक्शन बताया था।
हालांकि इस पूरे मामले में एसडीएम ने पहले तो अपने से कोई नाता नहीं बताया और कहा था कि वे घटना के समय सोजत गए थे। लेकिन घटना को लेकर दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में मुंह पर रूमाल बांधकर कार में बैठ रहे व्यक्ति को SDM बताया जा रहा है।
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