बचा लीजिए पैसा, FD पर फिर बढ़ेंगी ब्याज दर, जानिए वजह

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बढ़ाने की वजह भी सामने आई हैं। दरअसल इस समय जमा की तुलना में कर्ज की ग्रोथ ज्यादा है। लिहाजा FD की ब्याज दरें बढ़ाई जा सकती हैं। बैंकों ने 11.9 लाख करोड़ रुपये का डिपॉजिट जोड़ा है। जबकि उनकी लोन बुक्स में 12.4 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।

FD की ब्याज दरें कब से बढ़ेंगी; इसकी कोई निश्चित डेट तो आती नहीं है लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि ब्याज दरें जल्दी ही बढ़ेंगी। एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि यदि अब दरें बढ़ती हैं तो एफडी पर ज्यादा ब्याज लेने का यह आखिरी मौका होगा। इसलिए एक्सपर्ट निवेशकों को सलाह दे रहे हैं कि इस मौके का फायदा उठाकर जमा पर ज्यादा रिटर्न ले सकते हैं।

जानकारों का कहना है कि त्योहारी सीजन से पहले बैंकों की ओर से एफडी पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है। ऐसा इ​सलिए कि त्योहारी सीजन में लोन की जबरदस्त मांग को पूरा करने के लिए अधिकांश बैंक एसेट-लायबिलिटी मिसमैच को दूर करना चाहते हैं। इसलिए वो जमा पर वृद्धि कर निवेशकों को आकर्षित करने की तैयारी कर रहे हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से इंक्रीमेंटल कैश रिजर्व रेशियो (I-CRR) को वापस लेने से बैंकों को फायदा मिलेगा।

0.25% की बढ़ोतरी संभव
जानकारों का कहना है ​कि एफडी (FD) में निवेश को आकर्षित करने के लिए बैंक ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट यानी 0.25% की बढ़ोतरी कर सकते हैं। कई बैंकों ने इसकी शुरुआत भी कर दी है। पंजाब नेशनल बैंक ने 270 दिन की एफडी पर हाल ही में ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की है। आने वाले दिनों में दूसरे बैंक भी ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे।

निवेश के लिए शानदार मौका होगा
एक्सपर्ट का कहना है कि एफडी पर ज्यादा ब्याज लेने का यह आखिरी मौका होगा। इस मौके का फायदा उठाकर निवेशक जमा पर ज्यादा रिटर्न ले सकते हैं। वो एफडी कराने से पहले बैंकों में मिल रहे ब्याज का आकलन कर बेस्ट एफडी रेट का चुनाव कर सकते हैं।

आपको बताते चलें कि चालू वित्त वर्ष के पहले 5 महीनों में बैंक लोन्स में ग्रोथ डिपॉजिट्स की तुलना में अधिक रही है। इसलिए आने वाले समय में बैंक डिपॉजिट्स पर ब्याज दरें और बढ़ सकती हैं। बैंकों के भारित औसत सावधि जमा दरों में अप्रैल-अगस्त 2023 के दौरान 0.27 फीसदी का इजाफा हुआ है। बैंकों ने 11.9 लाख करोड़ रुपये का डिपॉजिट जोड़ा है। जबकि उनकी लोन बुक्स में 12.4 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। लोन और डिपॉजिट ग्रोथ के बीच की खाई को बैंकों द्वारा सरकारी सिक्योरिटीज में सरप्लस इन्वेस्टमेंट से मैनेज किया गया है। केयरएज रेटिंग्स के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में क्रेडिट ग्रोथ 13-13.5% रहने की उम्मीद है।

आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-अगस्त 2023 में बैंक डिपॉजिट 6.6 फीसदी बढ़कर 149.2 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसी अवधि में बैंक क्रेडिट 9.1 फीसदी बढ़कर 124.5 लाख करोड़ पर पहुंच गया। ये आंकड़े एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के मर्जर के चलते भी हैं, जिसने क्रेडिट-डिपॉजिट के अंतर को बढ़ा दिया है। क्योंकि हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के डिपॉजिट्स इसके लोन्स से कम थे।

यहां है सबसे ज्यादा ब्याज दर
पिछले हफ्ते पीएनबी ने टर्म डिपॉजिट्स पर ब्याज दरों में 25 आधार अंक (0.25%) की वृद्धि की थी। वर्तमान में, सबसे अधिक एफडी रेट्स स्मॉल फाइनेंस बैंक्स की हैं। यूनिटी एसएफबी 1001 दिनों की एफडी पर 9% ब्याज दर ऑफर कर रहा है। वहीं, भारतीय निजी बैंकों में डीसीबी 25 से 37 महीने की एफडी के लिए 7.75% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में पंजाब एंड सिंध बैंक की 7.4% ब्याज दर सबसे अधिक है।

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