कांग्रेस में बवाल, गहलोत खेमे ने किया विधायक दल की बैठक का बहिष्कार, विधान सभा अध्यक्ष को इस्तीफ़ा देने पहुंचे | डिटेल में जानिए ‘राज का नाटक’

योगेंद्र गुप्ता  

जयपुर। राजस्थान के सीएम का ताज किसे पहनाया जाए; इसे लेकर कांग्रेस में जबरदस्त बवाल खड़ा हो गया है। जिन पैंतरों से सचिन पायलट ने गहलोत सरकार से बगावत की थी, वही पैंतरे अब सचिन पायलट के लिए उल्टा पड़ा गए हैं। अब गहलोत खेमे ने सचिन पायलट का नेतृत्व यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि जिन्होंने गहलोत सरकार को गिराने की कोशिश की उनको सीएम का ताज पहनाना गलत है। यह कहते हुए गहलोत खेमे ने रविवार शाम को बुलाई गई विधायक दल की बैठक का बायकाट कर दिया। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश प्रभारी अजय माकन और ऑब्जर्वर मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने होटल पहुंचे। छोटी सी मीटिंग के बाद तीनों सीएम हाउस पहुंचे। लेकिन कई विधायकों के नहीं पहुंचने से बैठक रद्द हो गई।

केसू बड़े कमल के फूल मेरी झांझी ऐ ब्याहन आए

मंत्री शांति धारीवाल के घर जुटे गहलोत समर्थक विधायक

गहलोत खेमे के इस कदम से सचिन पायलट को बड़ा झटका लगा है। बीस बाइस विधायकों के बल पर वे सीएम बनने की दावेदारी जाता रहे थे जो गहलोत समर्थक विधायकों ने साफ़ तौर पर नामंजूर कर दिया और अपने इस्तीफे देने के लिए विधान सभाध्यक्ष सीपी जोशी के पास रवाना हो गए। सचिन पर वार उलटा पड़ने से अब माना जा रहा है कि विधान सभाध्यक्ष सीपी जोशी के नाम पर सहमति की मुहर लग जाए।

इस्तीफे का ड्राफ्ट

आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक थी, लेकिन गहलोत समर्थक विधायक इस बैठक में नहीं पहुंचे। बल्कि सचिन के कट्टर विरोधी माने जाने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता और यू डीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर जुटे और इस्तीफ़ा देने का फैसला किया। धारीवाल के आवास में मौजूद करीब 60 विधायकों ने ‘हम सब एक हैं’ के नारे लगाते हुए बस में बैठकर स्पीकर सीपी जोशी को इस्तीफा सौंपने रवाना हो गए।

 दिन में धारीवाल के आवास पर एकत्रित हुए गहलोत खेमे के विधायकों ने साफ कर दिया था कि वे सचिन पायलट की ताजपोशी मंजूर नहीं करेंगे गहलोत खेमे के विधायकों और मंत्रियों में सहमति बनी थी कि सरकार बचाने वाले 102 विधायकों में से किसी को भी सीएम बना दें, लेकिन मानेसर जाने वाले विधायक मंजूर नहीं हैं

धारीवाल के घर पर गहमागहमी

गहलोत की जादूगरी ने बिगाड़ दिया सचिन का खेल
दरअसल सचिन का सारा खेल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जादूगरी ने बिगाड़ दिया। यहाँ पहले ही प्लान बन चूका था कि सरकार को गिराने का सचिन पायलट ने जो पैंतरा अपनाया उसी पैंतरे को सचिन खेमे पर आजमाया जाए। सचिन खेमे के पास बीस से तीस विधायक बताए जाते हैं। ऐसे में आज जब विधायक दल की बैठक बुलाई गए तो उसमें केवल सचिन खेमे के विधायक ही पहुंचे और गहलोत खेमे के विधायकों ने उसका बहिष्कार कर प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल शुरू कर दिया। गहलोत के बने इसी जाल में सचिन पायलट फंस गए।

गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सभी विधायक नाराज हैं। इसलिए जा रहे हैं (Minister Khachariyawas Big Statement) विधानसभा अध्यक्ष के पास इस्तीफा देने। सरकार जब संकट में थी, उस वक्त सभी ने सरकार का साथ दिया। लेकिन अब विधायकों की नहीं सुनी जा रही है। इसलिए विधायक नाराज हैं। सभी विधायक शांति धारीवाल के बंगले से हुए रवाना। प्रताप सिंह ने कहा कि अभी 92 विधायक हैं, जो विधानसभा अध्यक्ष के पास इस्तीफा देने जा रहे हैं। कुछ देर में इनकी संख्या 100 से ज्यादा हो जाएगी। 

केसू बड़े कमल के फूल मेरी झांझी ऐ ब्याहन आए

कभी-कभी खुद से भी मिला करो…

अपनी कब चली, पता ही नहीं चला…

मथुरा वृंदावन के बीच दौड़ी नई रेल बस, पुरानी हुई रिटायर, सांसद हेमा मालिनी ने दिखाई हरी झंडी

सात लाख कर्मचारियों को जल्दी मिल सकती है खुशखबर, बोनस देने की तैयारी में सरकार

21 विश्वविद्यालय फर्जी घोषित, UGC ने जारी की सूची, जानें आपके शहर में कौन सी है?

सितम्बर में इस तिथि से शुरू हो रही है शारदीय नवरात्रि, जानें इस बार किस पर सवार होकर आएंगी मां

केंद्र के अब सभी विभागों में मिलेगा यह अलाउंस, पूरी करनी होगी यह शर्त

Indian Railways News: रेलवे अब खत्म करेगा पति-पत्नी की दूरियां, जारी किए ये आदेश

मैटरनिटी लीव को लेकर नया आदेश, अब इन स्थितियों में भी मिल सकती है 60 दिन की छुट्टी, यहां जानिए डिटेल