धूप का इक नन्हा कतरा…

अहसास 

रचना शर्मा, एडवोकेट और एक्सपर्ट, महिला उत्पीड़न मामले  


धूप का इक नन्हा कतरा
रोज सुबह
मेरे घर के अहाते में
चुपके से उतर आता है
बिना किसी आहट के
बस कुछ ही पल में
दे जाता है
अहसास अपने होने का

मगर मेरा गाँव
अब शहर होने जा रहा है
सांप की तरह फन उठाये 
कोई इमारत
निगल जाएगी
धूप के इस कतरे को

इसीलिए संजो रही हूँ इसे
अपनी डायरी के पन्नों में
ताकि आने वाली पीढ़ी को
बता सकूं
कभी इस घर में भी
हुआ करती थी
उजालों भरी सुबह
———–

आगरा में सामूहिक सुसाइड, पति−पत्नी और बेटी ने गले लगाया मौत का फंदा

महिला वकीलों के लिए अनूठी पहल, इस हाईकोर्ट ने बना दी ये पॉलिसी

हाथ बांध कर प्रार्थना करते हैं इस स्कूल के बच्चे, दहशत इतनी कि शीश भी नहीं नवाते, वजह जानेंगे तो रह जाएंगे हैरान

नूपुर शर्मा की अर्जी पर SC की टिप्पणी से 117 पूर्व जज और नौकरशाह आहत, बोले- सुप्रीम कोर्ट ने लांघी लक्ष्मण रेखा | टिप्पणियां न्यायिक व्यवस्था पर दाग

निर्ममता की हद! बुरी तरह पीटा, बाल खींचे, जमीन पर पटका, मन नहीं भरा तो पति ने पत्नी के कंधे पर बैठ जुलूस निकाला | प्रेमी के साथ पकड़ी विवाहिता को खौफनाक सजा का वीडियो वायरल