भरतपुर
भरतपुर में 70 साल का एक बुजुर्ग बुधवार सुबह पत्नी के वियोग में फंदे से झूल गया। उसके पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने लिखा है कि उसे पत्नी की याद सताती है। लोगों ने जब पेड़ पर झूल रहे बुजुर्ग को देखा तो पुलिस को सूचना दी।
घटना भरतपुर शहर के आरबीएम अस्पताल स्थित सेठ हरिचरणलाल धर्मशाला की है जहां इस बुजुर्ग ने पीपल के पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस धर्मशाला में वह बीस साल से नौकरी कर रहा था। मृतक का नाम नारायण सिंह और वह रूपवास थाना के डेहरवली गांव का रहने वाला था। उसका परिवार गांव में ही रहता है। मृतक के दो बच्चे हैं, जिनकी शादी हो चुकी है।
एक साल पहले हो गई थी पत्नी की मौत
पुलिस ने बताया कि एक साल पहले नारायण की पत्नी भगवान देई की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। घरवालों ने बातया कि तभी से नारायण परेशान रहने लगा और सदमे में चला गया। वह पत्नी को याद करता रहता था। बुधवार सुबह 5 बजे नारायण ने अपने बेटे ओमप्रकाश को फोन किया और कहा कि वह उसके कपड़े धर्मशाला से आकर ले जाए। बेटा जब तक पिता से कुछ पूछता इससे पहले नारायण ने फोन काट दिया। इसके कुछ देर बाद नारायण ने धर्मशाला के पेड़ से लटक फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
यह लिखा सुसाइड नोट में
नारायण के पास मिले सुसाइड नोट में लिखा है- सब छोटे-बड़े को राम-राम जी, मैं खुदखुशी कर रहा हूं, किसी से कोई जिम्मेदार नहीं है। मुझे मेरी घवाली की याद सताती है। घटना के बाद नारायण के बेटे ओमप्रकाश को घटना की सूचना देकर उसे मौके पर बुलाया और शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
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