नई दिल्ली | नई हवा ब्यूरो
बीमा कंपनियों के निजीकरण के विरोध में ज्वाइंट फोरम ऑफ ट्रेड यूनियंस एंड एसोसिएशन के आह्वान पर शुक्रवार को देशभर में सुबह 10 बजे से सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों (General Insurance Companies) के कर्मचारी एक दिन की हड़ताल पर चले गए। इससे देशभर में बीमा कंपनियों का करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है। बीमा कंपनियां दो दिन और बंद रहेंगी क्योंकि कल शनिवार और उसके बाद रविवार का अवकाश है।
ज्वाइंट फोरम ऑफ ट्रेड यूनियंस एंड एसोसिएशन ने साधारण बीमा कंपनियों के अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन पुनरीक्षण की 60 महीने पुरानी मांग भी फिर दोहराई है। एक दिवसीय अखिल भारतीय हड़ताल के कारण आज देश में जगह-जगह बीमा कंपनियों के सभी कार्यालयों में ताले लटक गए। बीमा कर्मचारियों और अधिकारियों ने ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनई लिमिटेड, यूनाइटेड इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के क्षेत्रीय व मंडल कार्यालयों पर जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
वेतन पुनरीक्षण जल्द करने की मांग
यूनियन नेताओं ने आरोप लगायाकि सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों के अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन पुनरीक्षण 60 महीने से लटका कर रखा गया है। पेंशन अपडेशन की मांग भी ठंडे बस्ते में डाल दी गई है।
यूनियन नेताओं ने एनपीएस को समाप्त कर पेंशन स्कीम 1995 सभी कर्मचारियों को देने की मांग करते हुए इसके साथ ही फैमिली पेंशन को बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने और सार्वजनिक साधारण बीमा कंपनियों के निजीकरण की नीति आयोग की सिफारिश को भी वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की गई तो आने वाले दिन में आंदोलन और तेज किया जाएगा।
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