राजस्थान के IFS अफसर को गहलोत सरकार के मंत्री से जान का खतरा, SP से मांगी सुरक्षा | एक्शन नहीं होने तक वन विभाग का स्टाफ प्रशासन की मीटिंग का करेगा बायकॉट

बूंदी 

गहलोत सरकार के एक और मंत्री अशोक चांदना (खेल राज्यमंत्री) राजस्थान के भारतीय वन सेवा (IFS) अफसर को कलक्टर के सामने भरी मीटिंग में धमकाने के मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। इस IFS अफसर ने इस मामले को लेकर एसपी और जिला कलक्टर को दो अलग-अलग  चिट्ठियां लिखी हैं और दोनों ही चिठ्ठियां सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।  इनमें से एसपी को लिखी चिठ्ठी में इस अफसर ने मंत्री अशोक चांदना से अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी गई है। वहीं कलक्टर की चिट्ठी में कहा है कि मंत्री के व्यवहार से वन विभाग के सभी कर्मचारियों की भावनाएं आहत हुई हैं। लिहाजा जिला प्रशासन की मीटिंग में स्टाफ तब तक हिस्सा नहीं लेगा जब तक कि मामले में कोई एक्शन नहीं ले लिया जाता।

PNB  के करोड़ों  कस्टमर्स को बड़ा झटका, अकाउंट में पैसे नहीं फिर भी ऐसे ट्रांजैक्शन पर काट लिया जाएगा चार्ज, जानिए डिटेल

आपको बता दें कि  28 मार्च को जिला कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना ने हिण्डोली और नैनवां क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा के  दौरान कई कार्यों में वन विभाग की आपत्ति को लेकर डीएफओ टी.मोहनराज से खासी नाराजगी जताई थी। चांदना ने मोहनराज को धमकाते हुए मौका आने पर एक ही दिन में जान निकालने की बात भी कही थी।

छुट्‌टी नहीं देने से खफा बाबू ने ACJM को जड़े थप्पड़, मामला दर्ज | बाबू ने दी ये सफाई

चांदना की इसी धमकी से आहत होकर डीएफओ टी.मोहनराज ने जिला कलक्टर और एसपी को चिट्ठियां लिखी हैं जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। डीएफओ ने पत्र में लिखा है कि बैठक में मंत्री ने उन्हें खून के आंसू रूलाने और जान निकाल देने की धमकी दी, लेकिन न तो जिला कलक्टर ने उन्हें रोका और न ही उन्हें अपने विभाग का पक्ष रखने का मौका दिया। उन्होंने कहा कि यह घटना उनके द्वारा मंत्री के एक पक्षीय कार्यवाही का समर्थन करती है। नैनवां-हिण्डोली पेयजल परियोजना की पत्रावली उन्हें 29 मार्च की रात 10 बजे बाद मिली, जबकि उन्हें इसे लम्बित रखने का आरोप लगाकर एक दिन पूर्व हुई बैठक में अपमानित किया गया। इस बारे में वे 29 मार्च को जिला कलक्टर को स्पष्टीकरण भी भेज चुके हैं।

डीएफओ टी.मोहनराज ने जिला कलक्टर को लिखे इस पत्र में भविष्य में कलक्ट्रेट में होने वाली बैठक में खुद या उनके विभाग के कर्मचारियों के उपस्थित होने में असमर्थता जता दी है। और कहा है कि इस घटनाक्रम से वे और बूंदी के पूरे वन विभाग का स्टॉफ भयभीत है। जब जिला कलक्टर की मौजूदगी में मुझे जान निकाल देने की धमकी दी जा सकती है तो उनके अधीनस्थ स्टॉफ के साथ कुछ भी हो सकता है।

डीएफओ ने जिला कलक्टर से कहा कि जब तक उनके द्वारा भेजे गए स्पष्टीकरण पर उचित कार्यवाही नहीं होती, तब तक वे और उनका अधीनस्थ स्टॉफ जिला कलक्टर की ओर से आयोजित बैठक में उपस्थित नहीं होंगे। वे स्वयं या अपने अधीनस्थ स्टॉफ की जान जोखिम में डालकर बैठक में उपस्थित नहीं हो सकते।

एसपी से लगाईं सुरक्षा की गुहार
DFO ने बूंदी पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर सुरक्षा की मांग की है। डीएफओ ने कहा कि 28 मार्च को बैठक में मंत्री अशोक चांदना ने उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करने का झूठा आरोप लगाया और मुझे बाहरी राज्य का बताकर गाली गलौच की। उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई करने और उन्हें पुलिस सुरक्षा देने की मांग की।

नोट:अपने मोबाइल पर नई हवा’की खबरें नियमित प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें

छुट्‌टी नहीं देने से खफा बाबू ने ACJM को जड़े थप्पड़, मामला दर्ज | बाबू ने दी ये सफाई

PNB  के करोड़ों  कस्टमर्स को बड़ा झटका, अकाउंट में पैसे नहीं फिर भी ऐसे ट्रांजैक्शन पर काट लिया जाएगा चार्ज, जानिए डिटेल

Good News: स्मॉल सेविंग्स स्कीम पर अब मिलेगा ज्यादा ब्याज, सरकार ने बढ़ाई ब्याज दरें | जानें नई दरें

इंसान तो जैसे मायावी हो गया…

भांजे की शादी में 8 करोड़ 15 लाख का मायरा, 2.21 करोड़ नकद, एक किलो सोना, 100 बीघा जमीन और गांव के हर परिवार को दिया डेढ़ तोला चांदी का सिक्का

देश के 6 करोड़ नौकरीपेशा लोगों को बड़ा तोहफा, EPFO ने बढ़ा दिया PF पर इतना ब्याज

कर्मचारियों के NPS को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा ऐलान, कही ये बात