शिक्षक अपनी भूमिका निर्धारण कर गुरु बनने की ओर अग्रसर हों: छवि चतुर्वेदी | ABRSM का सांभरलेक में गुरु वंदन कार्यक्रम

जयपुर 

अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान (उच्च शिक्षा)  की राजकीय शाकम्भर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सांभर लेक (जयपुर) इकाई द्वारा महाविद्यालय में गुरु वंदन कार्यक्रम मनाया गया।  कार्यक्रम का शुभारंभ मां शारदे एवं महर्षि वेदव्यास  की प्रार्थना एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। इसके उपरांत महाविद्यालय के संकाय सदस्यों द्वारा सामूहिक सरस्वती वंदना का गायन किया गया। विषय की प्रस्तावना संगठन के इकाई सचिव रुबेन माथुर ने रखी।

राजस्थान आवासन मंडल में 311 पदों पर होंगी भर्तियां, भारत सरकार की संस्था C-DAC कराएगी परीक्षा

कार्यक्रम की मुख्य वक्ता प्रख्यात शिक्षाविद  डॉ. छवि चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षकों को अपनी व्यापक भूमिका को समझकर गुरु बनने का प्रयास करना चाहिए। वह शिक्षण कार्य के साथ-साथ विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर उनकी जीवन की समस्याओं का निराकरण का प्रयास करें, विद्यार्थियों में सांस्कृतिक जीवन मूल्यों का संचार करने का कार्य करें । इससे विद्यार्थियों को उचित समय पर सही मार्गदर्शन मिल पाएगा तथा वे अपनी कैरियर संबंधी समस्याओं, तनाव, चिंता, अवसाद आदि से मुक्त हो पाएंगे।

डॉ. छवि चतुर्वेदी ने कहा कि विद्यार्थी भी विद्यार्थी  के बजाय शिष्य बनने का प्रयास करें ताकि शिक्षक और विद्यार्थियों के बीच आजीवन का आत्मीय संबंध स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि पुरातन भारतीय शिक्षा व्यवस्था में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका थी I उन्होंने गार्गी मैत्रीयी आदि का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि हमारी प्राचीन शिक्षा व्यवस्था में कोई भी प्रश्न करने की पूर्ण स्वतंत्रता थी एवं विचारों की संकीर्णता नहीं थी। उन्होंने प्राचीन गुरु शिष्य परंपरा को आज के समय में किस प्रकार से व्यवहारिक रूप से अपनाया जा सकता है यह भी स्पष्ट किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे  एबीआरएसएम, राजस्थान ( उच्च शिक्षा ) के अध्यक्ष डॉ.दीपक कुमार शर्मा ने  प्रवक्ता से लेकर गुरु तक की यात्रा को स्पष्ट करते हुए कहा कि जो विद्यार्थी के मस्तिष्क तक पहुंचे, वह प्रवक्ता होता है जो मस्तिष्क से आगे बढ़कर विद्यार्थी के मन को टटोल लें, जो विद्यार्थी के हृदय की गहराइयों तक उतर सके, वह आचार्य और वह जो इन सबसे कहीं आगे जाकर विद्यार्थी की आत्मा को स्पर्श कर अंतश्चेतना जाग्रत कर सके, केवल वही गुरु कहलाता है

इसके पश्चात बी. ए. द्वितीय वर्ष की छात्रा सुनीता ने कबीर जी के दोहों का लयबद्ध गायन प्रस्तुत किया विद्यार्थियों ने गुरुजनों का वंदन कर उनका आशीर्वाद ग्रहण कियाI मंच संचालन रुबेन माथुर ने  किया कार्यक्रम के अंत में भगवान सहाय शर्मा ने स्व रचित काव्य पाठ किया एवं सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महाविद्यालय के संकाय सदस्य, मंत्रालयिक कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे

नोट: अपने मोबाइल पर  नई हवा’ की  खबरें  नि:शुल्क और नियमित प्राप्त करने  के लिए  व्हाट्सएप नंबर  9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम, स्टेट और सिटी लिखकर मैसेज करें

राजस्थान आवासन मंडल में 311 पदों पर होंगी भर्तियां, भारत सरकार की संस्था C-DAC कराएगी परीक्षा

आश्रम से लापता हुए जैन मुनि कामकुमार नंदी महाराज की हत्या, शव को टुकड़ों में काटकर फेंका

हरियाणा में भयावह हादसा: रोडवेज बस-क्रूजर की आमने सामने टक्कर,  8 की मौत, मची चीत्कार

बालासोर ट्रेन हादसा: रेलवे के तीन अधिकारी अरेस्ट, गई थी 292 लोगों की जान

प्रदेश के इन जिलों में खुलेंगे नवीन उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय और थाने, 249 पदों का सृजन | 918 थानों में आईटी प्रशिक्षित कांस्टेबलों की भी होगी नियुक्ति

प्रदेश में खुलेंगे 5 लोक अभियोजक कार्यालय

सहायक अभियोजक अधिकारी सहित अब इन विभागों के अराजपत्रित पद हुए राजपत्रित, सरकार ने दी मंजूरी