नई दिल्ली
इस साल देश में मानसून की शुरुआत में देरी से हो सकती है। आमतौर पर देश में 1 जून तक केरल में मानसून की एंट्री होती है। लेकिन, इस बार ये 4 जून तक दस्तक देगा। मौनसून में देरी का असर देश में आम लोगों और खेती-बाड़ी पर पड़ सकता है।
मानसून पर मौसम विभाग (IMD) ने नया अपडेट जारी करते हुए बताया है कि इस साल केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून चार दिन देरी पहुंचने का अनुमान है। यह आमतौर पर 1 जून को केरल में दस्तक देता है। इसके साथ ही देश में मानसून (बारिश के मौसम) की आधिकारिक शुरुआत मानी जाती है। 2022 में मानसून 29 मई को केरल पहुंचा था। वहीं 2021 में यह 1 जून को पहुंचा था।
मौसम विभाग (IMD) ने अपने पिछले अनुमान में बताया था कि इस साल देश में मानसून सामान्य रह सकता है। इस साल औसतन 96% बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी दिल्ली के कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा है कि हरियाणा, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में धूल भरी हवाएं चल रही हैं। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि एक पश्चिमी विक्षोभ गुजर गया जिससे तेज हवाएं चल रही हैं। इसके अलावा पिछले सप्ताह तापमान काफी अधिक था, ज्यादातर जगहों पर पारा 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो गया था। इससे वातावरण शुष्क है और गर्म वातावरण के कारण मिट्टी ढीली हो गई है। यही कारण है कि 40-45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएं सतह से धूल उठाकर वातावरण में फैल रही हैं। यह मुख्य रूप से ये 1-2 किमी की ऊंचाई तक फैल रही हैं।
IMD ने बताया कि लॉन्ग पीरियड एवरेज (LPA) की 96% बारिश हो सकती है। यदि बारिश LPA के 90-95% के बीच होती है तो इसे सामान्य से कम कहा जाता है। LPA 96%-104% हो तो इसे सामान्य बारिश कहा जाता है। LPA अगर 104% से 110% के बीच है तो इसे सामान्य से ज्यादा बारिश कहते हैं। 110% से ज्यादा को एक्सेस बारिश और 90% से कम बारिश को सूखा पड़ना कहा जाता है।
स्काईमेट ने भी कहा देरी से आएगा मानसून
इधर वेदर रिपोर्ट जारी करने वाली प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट ने भी कहा है कि इस साल मानसून आने में देरी हो सकती है। स्काईमेट के मुताबिक, इस बार मानसून केरल में 1 जून के बजाए 7 जून तक दस्तक दे सकता है। स्काईमेट के अनुसार उत्तर भारत में 18 मई को मौसम में बदलाव दिख सकता है और आंधी आ सकती है।
राजस्थान में कब होगी एंट्री?
दक्षिण-पश्चिम मानसून 4 जून को केरल में प्रवेश करेगा। अमूमन माना जाता है कि केरल में झमाझम के 20 दिन बाद राजस्थान में मानसून की एंट्री होती है। ऐसे में सब कुछ ठीक रहा तो इस बार राजस्थान में मानसून का प्रवेश जून के अंतिम सप्ताह में संभव हो सकता है। पिछले साल राजस्थान में मानसून ने 30 जून को प्रवेश किया था। उससे पहले वर्ष 2021 में 18 जून को ही मानसून ने राजस्थान में दस्तक दे दी थी।
आईएमडी का कहना है कि केरल मेंं मानसून के प्रवेश के बाद ही राजस्थान में मानसून की स्थिति को स्पष्ट किया जा सकता है। राजस्थान में वर्ष 2002 में 30 जून, वर्ष 2021 में 18 जून, 2020 में 24 जून, वर्ष 2019 में 3 जुलाई और 2018 में 27 जून का मानसून का प्रवेश हुआ था।
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