26 जनवरी 1950 भारतीय इतिहास में इसलिए भी ख़ास माना जाता है क्योंकि भारत का संविधान असी दिन अस्तित्व मे आया था। और भारत वास्तव में एक संप्रभु देश बना। संविधान निर्माण की प्रक्रिया में 2 वर्ष, 1 महीने, 18 दिन लगे थे। भारतीय संविधान के वास्तुकार भारत रत्न से अलंकृत डा. भीमराम अम्बेडकर प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे । भारतीय अच्छे लक्षणों को अपने संविधान में आत्मसात करने का प्रयास किया है। निर्णायक तिथि को गणतन्त्र दिवस के रूप में मनायेंगे। इस दिन भारत एक सम्पूर्ण गणतान्त्रित देश बन गया । देश को गौरवशाली राष्ट्र बनाने में जिन देशभक्तों ने अपना बलिदान दिया उनको याद करके, भावांजलि देने का पार्व है, 26 जनवरी।
(लेखक नारी चेतना और बाल बोध मासिक पत्रिका ‘वामांगी ‘ की संपादिका हैं)