चंडीगढ़
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बैंक ऑफ बड़ौदा के एक तत्कालीन चीफ मैनेजर को 70 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जिस समय उसे गिरफ्तार किया गया उस समय वह डेपुटेशन पर DRT (डेब्ट्स रिकवरी ट्रिब्यूनल) में रिकवरी अफसर के रूप में सेवाएं दे रहा था।
गिरफ्तार आरोपी का नाम सुनील कुमार तिवारी है। आरोपी पहले बैंक ऑफ बड़ौदा का चीफ मैनेजर था। वहां से डेपुटेशन पर सेक्टर-17 स्थित डेब्ट्स रिकवरी ट्रिब्यूनल (डीआरटी) में रिकवरी अफसर के पद पर आया था।
यह था मामला
हरियाणा के कैथल निवासी सुमित ने CBI को शिकायत की थी कि ई-ऑक्शन में उसने कुछ मशीनें खरीदीं थी। बाद में पता चला मशीनों की मूल कीमत की तुलना में बहुत अधिक राशि का भुगतान किया है। इस पर अपने पैसे की रिकवरी के लिए सुमित ने सेक्टर-17 स्थित डेब्ट्स रिकवरी ट्रिब्यूनल (डीआरटी) में केस दर्ज कराया। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि आरोपी सुनील तिवारी ने उनके पैसे वापस दिलाने के लिए दो लाख रुपए की रिश्वत मांगी। बाद में 70 हजार में सौदा तय हुआ।
घूस लेने को अपने दफ्तर में ही बुला लिया
आरोपी ने शिकायतकर्ता को घूस की रकम लेकर डीआरटी दफ्तर बुलाया। इस बीच CBI ने सत्यापन में शिकायत की पुष्टि होने के बाद सेक्टर-17 स्थित (डीआरटी) कार्यालय में जाल बिछा दिया और जैसे ही आरोपी ने रिश्वत के पैसे पकड़े सीबीआई ने आरोपी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
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