paper leak case: RPSC सदस्य बाबू लाल कटारा गिरफ़्तार, भांजे और ड्राइवर को भी पकड़ा | मास्टर माइंड शेर सिह मीना से संबंधों के खुलासे के बाद SOG की बड़ी कार्रवाई

जयपुर 

सेकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड से संबंधों का खुलासा होने के बाद SOG की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए  राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के मेंबर बाबूलाल कटारा को मंगलवार सुबह अजमेर से गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही उसके भांजे विजय कटारा और ड्राइवर गोपाल सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। सीएम  अशोक गहलोत ने इस कारवाई के बाद एक ट्वीट किया है और कहा है कि सरकार सरकार इसे लोगों को सख्त सजा दिलाना सुनश्चित करेगी।

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एसओजी के एसपी विकास सांगवान ने बताया कि  जयपुर में अब इन तीनों से यह पूछताछ की जाएगी कि एग्जाम के पेपर शेर सिंह मीणा तक कैसे पहुंचे। आपको बात दें कि कुछ दिन पहले ही पएपेर लीक केस के मास्टर माइंड शेर सिंह मीणा को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद ही यह खुलासा हुआ था कि आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा से  शेरसिंह मीणा के करीब चार-पांच साल से संपर्क थे। शेरसिंह मीणा ने भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक करने के लिए बाबूलाल कटारा से संपर्क किया। उस समय बाबूलाल कटारा उदयपुर के आदिम जाति शोध संस्थान के निदेशक पद पर कार्यरत था।

15 नवंबर 2020 को बाबूलाल कटारा आरपीएससी का मेंबर बना था। इसके बाद दोनों की नजदीकी और ज्यादा बढ़ गई। एसओजी के अनुसार आरपीएससी में सेंध लगाने के लिए वह बाबूलाल कटारा से लगातार संपर्क में रहा। भर्ती परीक्षा का पेपर आते ही उसने पेपर करीब एक करोड़ रुपए में भूपेंद्र सारण को बेच दिया था।

इसके बाद भूपेंद्र सारण ने 20 लाख रुपए का अपना कमीशन रखकर पेपर सुरेश ढाका को बेच दिया। सुरेश ढाका ने पेपर अपने साले सुरेश विश्नोई को दिया था। सुरेश विश्नोई ने वह पेपर अभ्यर्थियों को पांच से आठ लाख रुपए में बेचा था।

बाबूलाल कटारा का RPSC तक का सफर
डूंगरपुर के बाबूलाल कटारा का चयन राजस्थान लोक सेवा आयोग के सांख्यिकी अधिकारी, आयोजना विभाग के पद पर हुआ था। इसके बाद उसने जिला सांख्यिकी अधिकारी डूंगरपुर और बाड़मेर में काम किया था। 1994 से 2005 तक भीम, राजसमंद, खैरवाडा, डूंगरपुर, सागवाडा, सुमेरपुर और उदयपुर में काम किया। वर्ष 2013 में सचिवालय में आयोजना विभाग संयुक्त निदेशक रहा। निदेशक, सांख्यिकी के पद पर पदोन्नति के बाद उदयपुर आदिम जाति शोध संस्थान निदेशक के पद पर भी रहा। इसके बाद उसका चयन आरपीएससी के मेंबर के रूप में हुआ था।

अशोक गहलोत ने किया ट्वीट
इस मामले में सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया और लिखा- सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक के मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य बाबूलाल कटारा एवं अन्य 2 आरोपियों को SOG ने हिरासत में लिया है युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाला किसी भी स्तर का व्यक्ति हो, सरकार उसे सख्त से सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करेगी

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