बगावत के मूड में सचिन पायलट, बोले- जहां करता हूं विरोध; धुंआ निकाल देता हूं | वहीं गहलोत के मंत्री ने ललकारा- किसी ने मां का दूध पीया है तो सचिन को पार्टी से निकाल कर दिखाएं

झुंझुनू 

प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट लगता है अब खुली बगावत के मूड में हैं सोमवार को उन्होंने फिर गहलोत सरकार पर बड़ा हमला बोला और धमकीभरे अंदाज में कहा कि जहां विरोध करता हूं तो धुआं निकाल देता हूं। इसलिए मैं न डरूंगा न पीछे हटूंगा। इस बीच पायलट खेमे के नेता और बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल होने वाले उदयपुरवाटी विधायक और सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने चुनौती दी है कि किसी ने मां का दूध पीया है तो सचिन पायलट को पार्टी से निकाल कर दिखाएं।

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आपको बता दें कि सचिन पायलट ने हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग को लेकर जयपुर में अनशन किया था। सोमवार को फिर उन्होंने झुंझुनूं जिले के टीबा गांव में पुलवामा हमले में शहीद श्योराम गुर्जर की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में यह मामला उठाया और कहा कि अनशन के बाद भी वसुंधरा सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार की जांच शुरू नहीं हुई है पायलट ने कहा कि वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच होनी चाहिए। मुझे अनशन किए एक सप्ताह हो गया, लेकिन जांच शुरू नहीं हुई। पायलट ने कहा कि मैं किसी के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं करता, लेकिन जहां विरोध करता हूं तो धुआं निकाल देता हूं। इसलिए मैं न डरूंगा न पीछे हटूंगा।

पायलट ने कहा कि हर गलती सजा मांगती है। यदि भ्रष्टाचार हुआ है तो उसकी जांच होनी चाहिए और सबूत मिले तो कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वसुंधरा सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर मैंने बहुत कोशिश की, लेकिन जो प्रभावी कार्रवाई होनी चाहिए वह हुई नहीं। उन्होंने सभा में मौजूद लोगों से सवाल किया कि कार्रवाई हुई है क्या…आप बताओ…।

वीरांगनाओं के लिए बदलें कानून
पायलट ने कहा कि जिस घर से सैनिक शहीद होता है, उसकी कमी को परिवार ही हमेशा झेलता है। इसलिए उनके परिवार के लिए थोड़ा बहुत नियम परिवर्तन करना पड़े, कहीं रियायत देनी पड़े या फिर कानून बदलना पड़े तो हमें संकोच नहीं करना चाहिए। पायलट ने कहा कि हम बड़े-बड़े लोगों के लिए बड़े-बड़े मुद्दों के लिए अध्यादेश ला सकते हैं, संशोधन कर सकते हैं, कानून बना सकते हैं तो जो लोग वर्दी पहनकर देश की सरहद पर खड़े होकर गोलियां खाते हैं, उनके लिए नियमों में बदलाव क्यों नहीं कर सकते?

गहलोत सरकार में मंत्री गुढ़ा ने दे चुनौती- पायलट को निकाल कर दिखाएं
इधर शहीद श्‍योराम गुर्जर की प्रतिमा का अनावरण समारोह में पायलट खेमे के नेता और बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल होने वाले उदयपुरवाटी विधायक और सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने चुनौती दी कि किसी ने मां का दूध पीया है तो सचिन पायलट को पार्टी से निकाल कर दिखाएं, छठी का दूध याद आ जाएगा।

गुढ़ा ने कहा कि मेरा जेल जाने का समय आ गया है। मेरा जेेल जाने के लाइसेंस को रिन्‍यू करने का भी समय आ गया है। पायलट पर बोलते हुए गुढ़ा ने कहा कि राजस्‍थान की 36 कौम, सभी धर्म, जाति और समाज के नौजवान सचिन पायलट के साथ खड़े हैं। वेे उनके लिए जी-जान लगाने को तैयार है। गुढ़ा ने कहा कि: मैं चैलेंज देता हूं कि अगर किसी ने मां का दूध पीया है तो पायलट साहब पर अनुशासनात्‍मक कार्रवाई करके बताए, छठी का दूध याद आ जाएगा।

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