दौसा / जयपुर
पिछले दिनों दौसा में वहां चोरों को पकड़ने के लिए दबिश देने गई DST टीम पर बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग के दौरान घायल हुए कॉन्स्टेबल प्रहलाद सिंह (34) की इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई। 23 जुलाई को बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान उसके सिर में गोली लगी थी और तभी से वह वेंटिलेटर पर था। जवान की मौत की खबर सुन पुलिस महकमा शोक में डूब गया।
दौसा जिले के सिकंदरा थाना इलाके के रेटा गांव में बुधवार 23 अगस्त की सुबह 8.45 बजे 2 वहान चोरों से DST टीम की मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान कांस्टेबल प्रहलाद सिंह रेटा गांव में बाजरे के खेत में घुस गए थे। बाइक चोर बदमाश के हाथ में हथियार था। उसने पलटकर प्रहलाद के सिर में गोली मार दी। इसके बाद घायल प्रहलाद को फाइनेंस कंपनी की जीप में दौसा हॉस्पिटल भिजवाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद बुधवार दोपहर जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल रेफर किया गया था।
हालांकि बुधवार को ही डॉक्टरों ने प्रहलाद का ऑपरेशन कर गोली के एक हिस्से को निकला दिया था और इसके बाद उनकोउन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। वे वेंटिलेटर पर थे। लेकिन उनको बचाया नहीं जा सका। प्रहलाद के सिर में गोली के दो हिस्से थे। एक को डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाल दिया था लेकिन दूसरा पार्ट सिर में काफी अंदर था। गुरुवार रात उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
प्रहलाद सिंह दौसा के सदर थाने में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे और डीएसटी का हिस्सा थे। और उनकी 2008 में पुलिस में भर्ती हुई थी। वे मूलत: सीकर जिले के नीमकाथाना क्षेत्र के गांव चीपलाटा के रहने वाले थे। ननिहाल दौसा के गांव भयपुर व ससुराल भी दौसा के झापड़ावास गांव में है।
आपको बता दें कि 23 अगस्त को हुई मुठभेड़ के बाद बदमाश फरार हो गए थे लेकिन 34 घंटे बाद ही उन्हीं बदमाशों की पुलिस से जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के रेटा गांव में गुरुवार शाम को दुबारा मुठभेड़ हुई जिसमें कल्याणपुर सेवर भरतपुर निवासी आरोपी नवीन सिनसिननवार (20) पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी को दबोच लिया गया। मुठभेड़ में उसके पैर में गोली लगने के बाद उसे जयपुर भर्ती करा दिया गया था। वह वारदात के बाद 34 घंटे से बाजरे के खेत में छुपा था। उसे मोबाइल लोकेशन के आधार पर वारदात स्थल से 500 मीटर दूर ही पकड़ा गया। उसे प्यास लगी तो मोबाइल ऑन कर भाई को पानी लाने का मैसेज किया था। इससे लोकेशन ट्रेस होने पर हथियारबंद जवान एक्टिव हो गए।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने 3 बार मोबाइल ऑन किया था। तीसरी बार में उसकी लोकेशन ट्रेस हो गई। डॉग स्क्वायड उसे देखकर भौंका। आरोपी ने फायरिंग की तो जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लग गई। रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता ने बताया कि आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी। उसे पहले दौसा, बाद में जयपुर रेफर किया गया। जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में आरोपी नवीन का इलाज चल रहा है। दौसा एसपी वंदिता राणा ने बताया कि दूसरा आरोपी अभी भी फरार है। उसके खिलाफ भी हमारे पास मजबूत इनपुट हैं। उन्हें डवलप कर रहे हैं, उसमें भी जल्दी सफलता मिलेगी।
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