उदयपुर
राजस्थान के उदयपुर में बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड के मुख्य चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा को ब्रेन हेमरेज (Brain हो गया है। स्थिति गंभीर होने पर जयपुर से एसएमएस अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ग्रीन कॉरिडोर तैयार करवाकर उदयपुर के एमबी अस्पताल के लिए भेजी गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मेडिकल टीम को निर्देश दिया है कि मरीज के इलाज में कोई कोताही न की जाए। जो भी संभव इलाज हो सके वह किया जाए।
मुख्य चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा का उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। शर्मा की स्थिति खराब होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल और उदयपुर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा से फोन पर बात कर पूरे मामले की जानकारी ली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद SMS मेडिकल कॉलेज से न्यूरो सर्जरी विभाग के चिकित्सकों की टीम को ग्रीन कॉरिडोर तैयार करवाकर उदयपुर के लिए रवाना किया गया है।
राजकुमार शर्मा को 1 अक्टूबर को ब्रेन हेमरेज हुआ था जिसके बाद उनके परिवार के लोग एमबी अस्पताल लेकर पहुंचे थे। फिलहाल राजकुमार शर्मा की हालत नाजुक बनी हुई है।
जयपुर से गई डॉक्टरों की टीम में ये हैं शामिल
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल से भेजी गई चिकित्सकों की एक टीम में न्यूरो सर्जन मनीष अग्रवाल और रशिम कटारिया शामिल हैं जो उदयपुर पहुंचने के बाद राजकुमार शर्मा की स्थिति को लेकर एक रिपोर्ट पेश करेंगी। रास्ते में कोई दिक्कत न हो इसलिए जयपुर से उदयपुर तक एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अचल शर्मा का कहना है कि यदि मरीज को उदयपुर से जयपुर शिफ्ट किया जाना होगा तो इसकी भी तैयारी कर ली गई है।
राजकुमार 8 साल से कन्हैयालाल साहू की दुकान पर टेलर्स पर काम करते थे। हमले के वक्त 28 जून को राजकुमार और ईश्वर कन्हैया के साथ मौजूद थे। इसी दौरान बीच-बचाव में हमलावरों ने उन पर भी हमला करने का प्रयास किया था। हालांकि राजकुमार को ज्यादा चोट नहीं आई। इस हत्याकांड के बाद से राजकुमार का पूरा परिवार सदमे में है। 3 महीने बाद बेटी की शादी है।इस केस के बाद वो अपने घर पर थे। सुरक्षा और हमले के डर से कभी घर से बाहर नहीं निकल पाए। इसी दौरान आर्थिक तंगी के चलते परेशान थे।