गहलोत सरकार का बड़ा फैसला: छोटे प्लॉट वालों को अब नहीं छोड़ना होगा सेटबैक

जयपुर 

राजस्थान की गहलोत सरकार ने गुरूवार को छोटे प्लॉट वालों के हित में एक बड़ा फैसला किया। इसके अनुसार अब प्रदेश के शहरों में छोटे भूखंडों पर सेट बैक की पाबंदी हटा दी गई है। अब 90 वर्गमीटर तक के भूखंडों के लिए फ्रंट सेट बैक रखना जरूरी नहीं होगा। इस संबंध में नगरीय विकास विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं।

आपको बता दें कि अभी तक ये नियम केवल जयपुर जेडीए रीजन में ही लागू थे, लेकिन अब इन नियमों को प्रदेश के सभी शहरों में लागू कर दिया गया है। इसी तरह स्वतंत्र प्लॉट पर बनी अलग-अलग यूनिट (बिल्डिंग) को भी इंडीपेंडेंट यूनिट मानते हुए उनके बेचने और ट्रांसफर को मंजूरी मिल सकेगी।

आदेश के अनुसार 90 वमी.से अधिक और 167 वमी.तक के भूखंडों के लिए आगे का सेट बैक न्यूनतम 3 मीटर रखना जरूरी होगा। इन भूखंडों के लिए मॉडल बिल्डिंग बायलॉज में अब तक सड़क की चौड़ाई के अनुसार सेटबैक का प्रावधान था। इसमें 30 फीट से 200 फीट तक की चौड़ी सड़क में डेढ़ मीटर से 9 मीटर तक का अग्र सेटबैक छोड़ना पड़ता था। इसके चलते छोटे भूखंडों में निर्माण के लिए जगह ही नहीं बच पाती थी।

नगरीय विकास विभाग ने पहले से बसे इलाकों में बिल्डिंग लाइन की निर्धारित करने के लिए बिल्डिंग बायलॉज में बदलाव किया है। इसके तहत मौजूदा निर्माणों के अनुसार ही बिल्डिंग लाइन का निर्धारण किया जाएगा। निकाय क्षेत्र की हर सड़क की चौड़ाई और उस पर मौजूदा निर्माणों के अनुसार बिल्डिंग लाइन तय करेगा। इस बदलाव से भविष्य में सड़क सीमा में आ रहे भूखंडों पर निर्धारित बिल्डिंग लाइन के अनुसार निर्माण की स्वीकृति मिल सकेगी सकेगी और बिल्डिंग लाइन के अनुसार ही सेट बैक निर्धारित किए जाएंगे।

सुप्रीम कोर्ट का बड़ा कदम: अब फौरन जेल से बाहर आएगा कैदी, CJI ने लांच किया FASTER, जानिए कैसे काम करेगा यह

Good News: राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में OPD से लेकर इलाज और जांचें सब मुफ्त

राजस्थान के दवा व्यापारियों को बार-बार प्रताड़ना से मिली मुक्ति, जानिए क्या आए आदेश

फर्जी EFT के जरिए रेलवे को चूना लगा रहा था TTE, नौकरी से किया बर्खास्त

हम गाड़ी की सर्विस तो करवाते हैं लेकिन क्या हमने अपने शरीर की सर्विस करवाई कभी?

ज्यादा शक्कर खाने से हो सकता है नुकसान, इन 5 बीमारियों का है खतरा

जब कश्मीरी पंडितों पर हो रहा था जुल्म तब आखिर RSS कर क्या रहा था?

7th Pay Commission: केंद्र  सरकार ने  कर्मचारियों का बढ़ाया DA, जानिए कितना बढ़ा और कितना मिलेगा एरियर

18 घंटे बैंक के लॉकर में बंद रहे 84 साल के बुजुर्ग, सुबह बैंक खुला तो सामने आई लापरवाही

इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन की केंद्रीय चिकित्सा मंत्री के नाम मार्मिक चिट्ठी; न्याय करिए सरकार, डॉक्टर को मरना पड़े तो इससे ज्यादा दुखद कुछ नहीं