भरतपुर
बारह प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर माली, मौर्य, सैनी, कुशवाह समाज के लोगों द्वारा 12 जून से आगरा-बीकानेर हाईवे पर गांव अरौदा के समीप चक्का जाम कर डाला गया महापड़ाव कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के आश्वासन के बाद गुरुवार सुबह पांचवे दिन समाप्त कर दिया गया।
आंदोलनकारियों की ओर से कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह को महापड़ाव स्थल पर ही बुलाने की मांग की जा रही थी। इस पर विश्वेंद्र सिंह अपने चिर परिचित अंदाज में महापड़ाव स्थल पर पहुंच गए।और आंदोलनकारियों को आश्वस्त करते हुए महापड़ाव को समाप्त करवाया।
ये मिला भरोसा
आंदोलनकारियों की मांग थी कि आरक्षण के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से यथाशीघ्र उनकी मुलाकात कराई जाए। उन्होंने 12 प्रतिशत आरक्षण दिलाने व हाईवे जाम करने का मुकदमा वापस कराने की मांग रखी। इस पर कैबिनेट मंत्री ने विश्वेंद्र सिंह ने आंदोलनकारियों को कहा कि 12 प्रतिशत आरक्षण राज्य सरकार का निर्णय है, मुकदमे मेरे ऊपर भी ही दर्ज हैं और मुख्यमंत्री से मैं आंदोलनकारियों की जल्दी ही मुलाकात करा दूंगा। बाकी मांगों को सरकार तक पहुंचा दिया जाएगा।
इसके बाद जब आंदोलनकारियों ने भी लिखित में समझौता करने की बात कही तो विश्वेंद्र सिंह ने उनसे कहा कि पहले आप जाम खोलिए, कल यहां आकर ही वार्ता की जाएगी। इसके बाद आज सुबह करीब 10 बजे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और सीएम से मुलाकात कराने का आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त कराया। इससे पहले सुबह से ही जिला प्रशासन की ओर से लगातार आंदोलनकारियों से वार्ता की जा रही थी। ऐसे में जैसे ही बात बनी तो तुरंत कैबिनेट मंत्री को बुलाकर मामला शांत कराया गया।
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