भाजपा सांसद किरोड़ी की सीएम गहलोत को चुनौती: एक क्या हजार गहलोत भी ERCP पूरा नहीं कर सकते

दौसा 

भाजपा के राज्यसभा सदस्य डा. किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को दौसा से पंद्रह किमी दूर  नांगल प्यारीवास मीणा हाईकोर्ट में आयोजित विशाल समूह के बीच ईआरसीपी (Eastern Rajasthan Canal Project) को लेकर प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत को बड़ी चुनौती दी और कहा कि एक क्या हजार गहलोत भी ERCP पूरा नहीं कर सकते। इसके साथ ही किरोड़ी मीना ने अपने हजारों समर्थकों के साथ जयपुर के लिए कुछ कर दिया लेकिन भारी फ़ोर्स के बीच जटवाड़ा में उनका काफिला रोक दिया गया।

किरोड़ी की सभा में जुटी भीड़

गद्दी छोड़ने के लिए तैयार हो जाएं गहलोत
काफिला रोके जाने से पहले डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सीएम गहलोत 2023 में गद्दी छोड़ने के लिए तैयार हो जाएं यहां की जनता ने तय कर लिया है उन्होंने ईआरसीपी को लेकर सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत साहब आप सभी को गुमराह करना चाहते हैं वे वोट की फसल काटना चाहते हैंवे कहते हैं कि ईआरसीपी (Kirodi Lal Meena on ERCP) पर काम दिल्ली करेगा तो ठीक है नहीं तो मैं करूंगा डॉ किरोड़ी ने तंज कसते हुए कहा कि हजार गहलोत भी पैदा हो जाएं तो ईआरसीपी योजना को पूरी नहीं हो सकती है इस योजना के लिए 37 हजार करोड़ रुपए की जरूरत है गहलोत साहब ने ऊंट के मुंह में जीरा के समान 10 हजार करोड़ रुपए दिए हैं

तकनीकी खामी दूर नहीं कर रही सरकार
डा. मीणा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार योजना की तकनीकी खामियां दूर नहीं कर रही है। ईआरसीपी को लेकर जो डीपीआर केंद्र को भेजी गई थी, उसमें उसमें 50% जल निर्भरता का प्रोजेक्ट बनाया था। राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने के लिए 75% जल निर्भरता करना आवश्यक है। साथ ही, चंबल का पानी मध्य प्रदेश से आता है। ऐसे में मध्य प्रदेश की सहमति भी आवश्यक है। दौसा सहित करौली, सवाई माधोपुर, अलवर और जयपुर के सभी बड़े बांधों को इस परियोजना में शामिल किया जाए। डॉ. मीणा ने कहा कि राज्य सरकार यदि यह तकनीकी खामी दूर करके दोबारा प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेज दे तो इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाना उनकी गारंटी है। राज्य सरकार को संशोधित डीपीआर केंद्र को भेजनी चाहिए।

दौसा के प्रभारी मंत्री विश्वेन्द्र सिंह से वार्ता करते हुए डा. किरोड़ी, राजेंद्र राठौड़ और अरुण चतुर्वेदी

सुबह ही जुट गई हजारों लोगों की भीड़, काफिला रोका तो धरने पर बैठ गए 
नांगल प्यारीवास मीणा हाईकोर्ट पर सुबह 9 बजे से ही लोग जुटने लगे थे। दोपहर करीब 12 बजे डॉ. मीणा, भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़, अरुण चतुर्वेदी व गोलमा देवी भी पहुंच गए। इसके बाद यहां हुई जनसभा में ईआरसीपी योजना को लेकर राज्य सरकार की नीयत पर सवाल उठाए और जमकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा सभा के बाद किरोड़ी का काफिला जयपुर के लिए कुछ कर गया उनके साथ ट्रैक्टरों, बाइकों वे निजी वाहनों में लोगों का समूह हाथों में तिरंगे लेकर चला। करीब 1 घंटे बाद दौसा बाईपास होते हुए कारवां शाम 5 बजे जयपुर-आगरा हाईवे पर आ गया। जयपुर से 40 किमी दूर जटवाड़ा में पुलिस ने बैरिकेड लगाकर काफिले को रोक दिया। शाम 5 बजे से 6 बजे तक यहां काफी संख्या में आंदोलनकारी रुके रहे। लोग नारेबाजी करते रहे। डॉ. मीणा सहित अन्य नेता वहीं धरने पर बैठ गए।