कांग्रेस की महंगाई विरोधी विरोधी रैली में राहुल गांधी ने बताई हिन्दू की परिभाषा, बोले; मैं हिन्दू, लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं, फिर मोदी सरकार पर कुछ यूं बरसे

जयपुर 

राजस्थान में कांग्रेस की महंगाई के खिलाफ महारैली में राहुल गांधी हिन्दू की परिभाषा बताई और बोले मैं हिन्दू हूं,  लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। उन्होंने अपने चिर-परचित अंदाज में बताया कि आज मैं समझाता हूं हिन्दू क्या है और हिंदुत्ववादी क्या है? राहुल गांधी ने हिन्दू और हिंदुत्व को समझाने के लिए भगवन शिव और गीता की भी व्याख्या कर दी। इसके बाद राहुल गांधी मोदी सरकार पर जमकर बरसे।

नहीं दी गहलोत को नसीहत
लोगों को उम्मीद थी कि राहुल गांधी महंगाई विरोधी रैली में राजस्थान में गहलोत सरकार को पेट्रोल और डीजल पर वेट कम करके जनता को राहत देने की नसीहत देंगे। लेकिन वह इस पर चुप्पी साध गए। आपको बता दें राजस्थान में आज भी देश में सबसे ज्यादा महंगा डीजल-पेट्रोल बिक रहा है। लेकिन राहुल गांधी ने देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों का बखान करते हुए केंद्र की सरकार को दोषी जरूर ठहरा दिया।

अलबत्ता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अजय माकन, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की मौजूदगी में राहुल गांधी ने हिन्दू की जरूर व्याख्या कर दी। उन्होंने कहा कि देश की राजनीति में दो शब्दों की टक्कर चल रही है। एक शब्द है हिंदू और दूसरा शब्द है हिंदुत्ववादी।

उन्होंने कहा कि आज वह हिंदू और हिंदुत्ववादी के बीच के अंतर को बताना चाहते हैं। मैं हिंदू हूं, लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हिंदू थे, लेकिन गोडसे हिंदुत्ववादी था। राहुल ने कहा कि कुछ भी हो जाए हिंदू सत्य को ढूंढ़ता है। महात्मा गांधी ने ऑटोबायोग्राफी लिखी ‘माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ।’ सारी जिंदगी सच को जानने में बिताई और अंत में एक हिंदुत्ववादी ने छाती में गोली मार दी। राहुल गांधी ने कहा कि देश में हिंदुत्ववादियों का राज है, हिंदुओं का नहीं। उन्होंने कहा कि देश में हिंदू रहते हैं, लेकिन हिंदुत्ववादी देश को चला रहे हैं। हमें अब  इन हिंदुत्वादियों को खदेड़ना है, हिंदुओं का राज लाना है।

शिव और गीता की व्याख्या कर कुछ यूं बताई
कांग्रेस नेता ने इस मौके पर भगवान शिव का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू शिवजी की जैसे अपने डर को निगल लेता है। वहीं हिंदुत्ववादी अपने डर के आगे झुक जाता है, डर के आगे मत्था टेकता है। हिंदुत्ववादी को डर के चलते उसके अंदर नफरत आती है। हिंदू डर का सामना करता है इसलिए उसके दिल में प्यार रहता है। राहुल ने इस मौके पर गीता का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि गीता में लिखा है सत्य की लड़ाई लड़ो। गीता में कृष्ण ने यह नहीं कहा कि अपने भाइयों को सत्ता के लिए मारो, अपने भाइयों को सच के लिए मारो।

3000 साल में हिंदू को कभी दबाया नहीं गया
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता ढूंढ़ने में लगा देता है। सत्ता के लिए वह कुछ भी कर देता है। उसका रास्ता सत्याग्रह नहीं, सत्ताग्रह है। वह सत्ता के लिए किसी को मार देगा, कुछ भी कर देगा। राहुल ने कहा कि हिंदू डर का सामना करता है और एक इंच पीछे नहीं हटता। 3000 साल में हिंदू दबाया नहीं गया, कभी नहीं दबाया जा सकता।

मोदी ने किसानों को पीछे से चाकू मारा
नरेंद्र मोदी और उनके तीन चार उद्योगपतियों ने देश को बर्बाद कर दिया। मोदी ने किसानों की छाती में चाकू मार दिया। वो भी पीछे से मारा, क्योंकि मोदी हिंदुत्ववादी हैं। हिंदू अगर मारता है तो आगे से मारता है, लेकिन हिंदुत्ववादी ने पीछे से मारा। और जब हिंदू सामने खड़ा हो गया तो हिंदुत्ववादी ने कहा, ‘मैं माफी मांगता हूं।’ राहुल ने कहाकि आज देश की एक प्रतिशत आबादी के हाथ में 33 प्रतिशत धन है। वहीं 50 परसेंट आबादी के हाथ में मात्र 6 फीसदी धन। उन्होंने कहाकि हिंदुस्तान का 90 परसेंट कॉरपोरेट प्रॉफिट 20 कंपनियों को जाता है।

तीन चार पूंजीपति चला रहे हैं देश 
राहुल गांधी ने कहा कि देश को जनता नहीं चला रही। तीन चार पूंजीपति चला रहे हैं और प्रधानमंत्री उनका काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई की वजह हिंदुत्ववादी हैं।  साथ ही राहुल गांधी महंगाई के लिए भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

परिवार का वंदन और मोदी के नाम का क्रंदन
रैली में बोलने वाले प्राय: सभी  नेताओं का परिवार का वंदन और मोदी के नाम का क्रंदन यही मुख्य आकर्षण था।राहुल भूल गए कि चन्नी नहीं आए भाषण के दौरान राहुल गांधी भूल गए कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी रैली में नहीं आए हैं। वे बार-बार चन्नी की मौजूदगी बताते रहे। उन्हाेंने दो बार चन्नी का नाम पुकारा, फिर सोनिया गांधी और अशोक गहलोत ने इशारा करके उन्हें बताया कि चन्नी रैली में नहीं आए हैं। रैली में सोनिया गांधी और राहुल के पहुंचने के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और अन्य सैन्य कर्मियों को श्रद्धांजलि भी दी गई।

अधीर रंजन क्या बोल गए!
विद्याधर नगर में आयोजित रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन की जुबान फिर फिसल गई। उन्होंने कहा कि मोदी दावा करते हैं कि वे देश में डिजिटल क्रांति लेकर आए, जबकि यह काम राहुल गांधी ने किया था। 

दुनिया घूम ली, किसानों से नहीं मिल पाए: प्रियंका
रैली में प्रियंका गांधी ने भी केंद्र सरकार और भाजपा की रीति-नीति पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनता के लिए काम नहीं कर रही है। यह सिर्फ गिने, चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। केंद्र की सरकार झूठ, लालच और लूट वाली सरकार है। गोवा में एक उद्योगपति के कोयल को इधर से उधर ले जाने के लिए लोगों की मर्जी के खिलाफ सड़क बना रहे हैं।

पहले पीएम जो सीएम की चिट्‌ठी का जवाब नहीं देते: गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि तमाम राज्य सरकारें वित्तीय संकट में हैं, केंद्र चुप है। विकास होगा राज्य सरकारें करेंगी। संकट आएगा, राज्य पार पा सकते हैं। कोरोना का संकट आया, राजस्थान सिरमौर रहा। नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो मुख्यमंत्री के पत्र का जवाब नहीं देते हैं। यह सरकार घमंड से चल रही है।

पायलट बोले- महंगाई कम करें, नहीं तो सरकार को हटा देगी जनता
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि जयपुर की इस रैली से मोदी सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। हम इस सरकार को मजबूर करेंगे कि या तो वह मंहगाई कम करे, नहीं तो जनता सरकार को हटा देगी। उन्होंने कहा कि हम एकजुटता के साथ ही देश के सामने मौजूद चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।

मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि महंगाई तो देश में बढ़ी ही है। इसके साथ-साथ देश की संस्कृति पर भी हमला हो रहा है। हमें यह पहचानना पड़ेगा कि हमें देश की संस्कृति पर चलना है या मोदी की संस्कृति पर?

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