WHO ने मंकीपॉक्स को घोषित किया ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी, भारत समेत 80 देशों में मरीज, शरीर पर दाने दिखें तो हो जाएं अलर्ट

कैलिफोर्निया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। मंकीपॉक्स 80 से अधिक देशों में फैल चुका है। अभी तक इन 80 देशों में मंकीपॉक्स के 18  हजार मामले सामने आ चुके हैं। भारत में मंकीपॉक्स के अब तक तीन मामले सामने आ चुके हैं। तीनों ही केरल से हैं।

Monkeypoxmeter.com के डेटा के मुताबिक, भारत समेत 80 देशों में 16,886 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से यूरोप में सबसे ज्यादा 11,985 लोग मंकीपॉक्स की चपेट में आए हैं। वहीं, बीमारी से ग्रस्त टॉप 10 देशों में ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, पुर्तगाल, कनाडा, नीदरलैंड्स, इटली और बेल्जियम शामिल हैं। मंकीपॉक्स से इस साल तीन लोगों की मौत हो चुकी है।

35 साल के युवक मंकीपॉक्स से संक्रमित
भारत में भी मंकीपॉक्स की दस्तक हो चुकी है। केरल में पिछले करीब दो हफ्तों में मंकीपॉक्स के तीन मामले सामने आ चुके हैं। तीसरा मामला शुक्रवार को ही सामने आया है। जुलाई की शुरुआत में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से लौटे एक 35 वर्षीय युवक में मंकीपॉक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक छह जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था और उसे 13 जुलाई से बुखार है। युवक का इलाज तिरुवनंतपुरम के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।

डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस का कहना है  कि वैश्विक और क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर मंकीपॉक्स पैर पसार रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यूरोपीय क्षेत्रों में अधिक जोखिम का आकलन किया गया है। वायरस के दशकों तक अफ्रीकी महाद्वीप तक सीमित रहने के बाद मई से यह उन देशों में भी पैर पसारने लगा है जहां इसका नामोनिशान नहीं था।

मंकीपॉक्स का पहला केस ब्रिटेन में 6 मई को पाया गया था। इसके ज्यादातर मरीज वे युवा पुरुष हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाते हैं। हालांकि, यह बीमारी किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है। मरीज से स्किन टु स्किन कॉन्टैक्ट करने से या फिर उसे खाना खिलाने से भी संक्रमण फैलता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बर्तन और बिस्तर छूने से भी मंकीपॉक्स फैल सकता है।

CNN की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सरकार ने अब तक 3 लाख से ज्यादा मंकीपॉक्स वैक्सीन्स को लोगों तक पहुंचाया है। इसका मतलब जल्द ही हजारों नागरिकों को कुछ हफ्तों के अंदर वैक्सीन लगा दी जाएगी। CDC के अनुसार अमेरिका में 15 लाख लोग वैक्सीन के लिए एलिजिबल हैं। सभी को Jynneos वैक्सीन की दो खुराक दी जाएंगी।

अमेरिका में पहली बार दो बच्चों में यह संक्रमण पाया गया है। हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक एक बच्चा कैलिफोर्निया का है, वहीं दूसरा बच्चा नवजात है और अमेरिका का निवासी नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि दोनों बच्चों की हालत स्थिर है। इलाज के लिए उन्हें एंटीवायरल दवा टेकोविरिमैट दी गई है। CDC के अनुसार यह दवा 8 साल से छोटे बच्चों को दी जानी चाहिए क्योंकि उन्हें गंभीर संक्रमण का खतरा होता है।

Monkeypox के लक्षण
यूरोपीय क्षेत्र में यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के निदेशक डॉक्टर हैंस क्लूगे के मुताबिक, आमतौर पर इस रोग में, बुखार, त्वचा पर दाने और लिम्फ नोड्स में सूजन जैसे लक्षण सामने आते हैं
कई बार शरीर में दर्द और त्वचा पर फोड़े निकल आते हैं शरीर पर लाल-लाल चकत्ते भी पड़ जाते हैंज्यादातर मामलों में संक्रमित मरीज बिना किसी उपचार के ठीक हो जाते हैं

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