जानिए भारत के राष्ट्रपति की ताकत, सैलरी और सुविधाएं

नई दिल्ली 

अक्सर ऐसा कहा जाता है कि भारत की लोकतान्त्रिक व्यवस्था में सारे अधिकार और शक्तियां प्रधानमंत्री के पास हैं लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अपने-अपने क्षेत्र हैं। अपनी-अपनी शक्तियां हैं।

राष्ट्रपति का प्रमुख दायित्व प्रधानमंत्री की नियुक्ति करना और संविधान का संरक्षण करना है कोई भी बिल उनकी मंजूरी के बिना पास नहीं होता राष्ट्रपति मनी बिल को छोड़कर किसी भी बिल को पुनर्विचार को भेज सकते हैं राष्ट्रपति तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर हैं

राष्ट्रपति के पास इतनी शक्तियां होती हैं कि वो देश में कुछ भी कर सकते हैं अनुच्छेद 72 के तहत, राष्ट्रपति किसी अपराध के लिए दोषी ठहराए गए व्यक्ति की सजा को माफ, निलंबित या कम कर सकते हैं फांसी की सजा पाए दोषी पर भी फैसला ले सकते हैं

भारत के चीफ जस्टिस, राज्य के हाईकोर्ट के जजों, राज्यपालों, चुनाव आयुक्तों और राजदूतों की नियुक्ति भी राष्ट्रपति करते हैं अनुच्छेद 352 के तहत, राष्ट्रपति युद्ध या बाहरी आक्रमण या सशस्त्र विद्रोह की स्थिति में देश में इमरजेंसी की घोषणा कर सकते हैं अगर किसी राज्य में संवैधानिक तंत्र फेल हो गया है, तो राष्ट्रपति अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल कर वहां राष्ट्रपति शासन लगा सकते हैं

अनुच्छेद 360 के तहत भारत या किसी राज्य या किसी क्षेत्र में वित्तीय संकट की स्थिति में राष्ट्रपति वहां वित्तीय आपात की घोषणा कर सकते हैं अनुच्छेद 75 के तहत, प्रधानमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति ही करते हैंसभी अंतरराष्ट्रीय समझौते और संधियां राष्ट्रपति के नाम पर ही होतीं हैं

राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद ही कोई बिल कानून बनता है राष्ट्रपति चाहें तो उस बिल को कुछ समय के लिए रोक सकते हैं या पुनर्विचार के लिए भेज सकते हैं अगर संसद से दूसरी बार भी बिल पास हो जाता है, तो राष्ट्रपति को हस्ताक्षर करना पड़ता है

राष्ट्रपति अपने अधिकारों का इस्तेमाल मंत्रिपरिषद की सलाह पर करते हैंराष्ट्रपति मंत्रिपरिषद की सलाह पर पुनर्विचार करने के लिए कह सकते हैं लेकिन वही सलाह अगर फिर से मिलती है, तो राष्ट्रपति उसे मानने के लिए बाध्य हैं

2018 तक राष्ट्रपति को हर महीने 1.50 लाख रुपए सैलरी मिलती थीजिसे  2018 में बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया था इसके अलावा राष्ट्रपति को फ्री मेडिकल, टेलीफोन बिल, आवास, बिजली समेत कई सारे भत्ते भी मिलते हैं राष्ट्रपति को आने-जाने के लिए Mercedes-Benz S 600 Pullman Guard गाड़ी मिलती है राष्ट्रपति के पास स्पेशल गार्ड होते हैं, जिन्हें प्रेसिडेंशियल बॉडीगार्ड कहा जाता हैइनकी संख्या 86 होती है

रिटायरमेंट पर मिलती है आधी सैलरी की आधी पेंशन
जब राष्ट्रपति रिटायर हो जाते हैं, तो उन्हें सैलरी का आधा यानी 2.5 लाख रुपए  पेंशन मिलती है इसके साथ ही एक बंगला (इसका रेंट नहीं लगता), दो मोबाइल फोन और लाइफ टाइम फ्री इलाज की सुविधा मिलती है पूर्व राष्ट्रपति को एक सहयोगी के साथ ट्रेन या हवाई मार्ग से यात्रा करने की सुविधा भी मिलती है

340 कमरों के भवन में आवास
राष्ट्रपति नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में रहते हैं इसे ब्रिटिश वायसराय के लिए बनाया गया था इसे बनाने में 17 साल का वक्त लगा था1929 में ये पूरी तरह बनकर तैयार हुआ था इस भवन को एडवर्ड लुटियंस और हरबर्ट बेकर ने डिजाइन किया था

चार मंजिला राष्ट्रपति भवन 320 एकड़ में फैला हुआ है ये इसमें 340 कमरे हैं राष्ट्रपति भवन को बनाने में लगभग 45 लाख ईंटों का इस्तेमाल हुआ था यहां राष्ट्रपति भवन की इमारत के अलावा मुगल गार्डन और कर्मचारियों का भी आवास है राष्ट्रपति भवन का सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र मुगल गार्डन है ये 15 एकड़ में फैला हैइसे हर साल आम लोगों के लिए भी खोला जाता है इसमें पेड़-पौधों को लगाने का काम 1928 में शुरू हुआ था, जो एक साल तक चला था

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