जयपुर
अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 64 दिन से आंदोलन कर रहे प्रदेश के मंत्रालयिक कर्मचारियों का सब्र का बांध सोमवार को टूट गया। कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ आज कूच किया तो पुलिस ने उन्हें भाजपा मुख्यालय के पास राजमहल चौराहे पर रोक दिया। इस दौरान पुलिस से उनकी धक्कामुक्की हुई जिसमें कई कर्मचारी सड़क पर गिर गए। इस बीच मंत्रालयिक कर्मचारियों की लंबी हड़ताल के चलते विभागों में कामकाज ठप होने से लोग परेशान हो रहे हैं।
मंत्रालयिक कर्मचारियों की पुलिस से झड़प काफी देर तक होती रही। लेकिन पुलिस ने कर्मचारियों को आगे नहीं बढ़ने दिया। इस पर नाराज मंत्रालयिक कर्मचारी दोपहर 1:30 बजे तक राजमहल चौराहे पर ही प्रदर्शन करते रहे। इसके बाद मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए सचिवालय लाया गया, जहां उनकी मुख्य सचिव उषा शर्मा से वार्ता हुई।
मंत्रालयिक कर्मचारियों का आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ही जयपुर में घेराव करने का कार्यक्रम था, लेकिन गहलोत के बाहर होने से सीएम कार्यालय का घेराव करने का फैसला किया गया, लेकिन पुलिस ने इसे भी बीच रास्ते में रोक दिया।
मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सचिवालय में मुख्य सचिव उषा शर्मा के बाद कार्मिक और वित्त विभाग के भी प्रमुख अधिकारियों के साथ भी अपनी मांगों को रखा। इस बीच मंत्रालयिक कर्मचारियों की हड़ताल से विभागों में कामकाज ठप हो गया है। महंगाई राहत शिविरों में भी इसका असर देखने को मिल रहा है।
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