भरतपुर
करीब ढाई साल बाद सोमवार को भरतपुर के आराध्य बिहारी जी एवं राधा जी की नव निर्मित गर्भगृह में धार्मिक अनुष्ठानों के साथ पुन: प्रतिष्ठा कर दी गई। इस मौके पर हजरों श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़ पड़े।
नव निर्मित गर्भगृह में बिहारीजी की पुन: प्रतिष्ठा से पूर्व सुबह 9 बजे से दाेपहर एक बजे तक हवन, अनुष्ठान के आयोजन हुए। आमजन के लिए नए गर्भगृह में ठाकुरजी के दर्शन शाम 5 बजे से शुरू हो गए। इस मौके पर भव्य फूलबंगला झांकी सजाई गई एवं प्रसाद वितरण किया गया।
इससे पहले दाे दिवसीय कार्यक्रम के तहत रविवार काे भजन संध्या का आयाेजन किया गया, जिसमें बृज अनुरागी पूर्णिमा दीदी ने भजन गायन किया। उन्हाेंने मैं जहां भी रहूं बरसाना मिले…भजन गाया और कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि मैं जहां हूं वही वृंदावन है।
आपको बता दें कि करीब तीन सौ साल पुराने इस बिहारी जी मंदिर में बिहारीजी की प्रतिमा करीब 600 साल पुरानी मानी जाती है। सरकार द्वारा 10.38 कराेड़ की लागत से मंदिर का नवनिर्माण कराया है। पुनर्निर्माण पिछले चार साल से चल रहा है। मंदिर के गर्भग्रह, शिखर और जगमोहन निर्माण के लिए अस्थाई गर्भगृह बनवाया था। जिसमें एक जून 2020 काे ठाकुरजी काे शिफ्ट किया गया था।
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