सांगानेर में भजनलाल शर्मा की राह नहीं आसान, स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा हावी हुआ | नहीं जुट रहे स्थानीय कार्यकर्ता

जयपुर 

राजस्थान में जयपुर की सांगानेर विधानसभा सीट ऐसी है जो भाजपा का गढ़ है; और शायद इसीलिए पार्टी के प्रत्याशी प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने इसे सेफ सीट मानते हुए यहां के विधायक अशोक लाहोटी का टिकट कटवाकर अपने लिए हासिल कर लिया। हालांकि संघ पृष्ठभूमि के वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा यहां से भाजपा का टिकट चाहते थे और वह सांगानेर में काफी लम्बे समय से सक्रिय भी थे लेकिन भजन लाल शर्मा ने उनको भी सिविल लाइन्स सीट पर शिफ्ट करवा दिया। ऐसी जुगाड़बंदी करके भजन लाल शर्मा ने सांगानेर जैसी सेफ सीट से टिकट तो हासिल कर ली; लेकिन यहां अभी तो मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं। ऐसी मुश्किलों के बीच सांगानेर सीट को निकाल पाना इतना आसान नहीं जितना वह शुरुआत में समझ रहे थे। भजनलाल शर्मा के बाहरी होने के कारण कांग्रेस के उम्मीदवार पुष्पेंद्र भारद्वाज के लिए राह बहुत आसान हो गई है।

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फिलहाल सांगानेर में भरतपुर V/S जयपुर मुद्दा हावी होता जा रहा है। भजन लाल शर्मा भरतपुर के रहने वाले हैं। प्रचार अभियान में उनके इर्दगिर्द भी भरतपुर जिले के लोग और उनके रिश्तेदार लगे हैं। प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से अभियान की कमान भी उन्हीं के हाथ में है। लोकल टीम की अनदेखी हो रही है। इसलिए सांगानेर के लोग उनको गले नहीं उतार पा रहे। स्थिति ये है कि पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ता तक प्रचार अभियान में पूरी तरह नहीं जुट पाए हैं और जो जुटे हैं वे भी अनमने ढंग से लगे हैं। क्षेत्र में कई कार्यकर्ताओं से बात हुई तो उन्होंने यह स्वीकार किया कि भरतपुर V/S जयपुर का मुद्दा हावी है और इस कारण मुश्किल खड़ी हो सकती है।

ख़ास बात ये है कि कार्यकर्ता यह मानते हैं कि भजनलाल जमीनी नहीं सिर्फ हवाई लीडर हैं। यह बात सभी को पता है; शायद इसीलिए उन्होंने भरतपुर से टिकट नहीं मांगी। भजनलाल शर्मा से कई विवाद भी जुड़े हुए हैं। पार्टी का टिकट हासिल करने के बाद धीरे-धीरे ये सामने आ रहे हैं। पिछले वसुंधरा राजे के राज में तबादलों को लेकर कई किस्से हैं। संगठन में और सरकार में (वसुंधरा राजे के शासन में) अपनी पॉवर का गलत इस्तेमाल करने के कई आरोप भी भजनलाल पर लगते रहे हैं।

कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज दिखा रहे दमखम
भजनलाल  शर्मा के बाहरी होने के कारण कांग्रेस के उम्मीदवार पुष्पेंद्र भारद्वाज के लिए सांगानेर जैसे भाजपा के गढ़ को भेदना बहुत आसान हो गया है। इलाके में मतदाताओं से बातचीत के दौरान भी यह बात निकल कर सामने आई है कि पिछले पांच साल में पुष्पेंद्र भारद्वाज ने सांगानेर में अपना जीवंत सम्पर्क बनाकर रखा है। घर-घर की चौखट तक वे जा चुके हैं। इसके बाद भी इलाके के लोग वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा को गले लगाने को आतुर थे। काफी समय से वे सांगानेर में सक्रिय भी थे। उनका लाहोटी की जगह भाजपा से टिकट भी फाइनल हो गया था। लेकिन भजनलाल न केवल टिकट लेने में कामयाब हो गए; बल्कि गोपाल शर्मा को सिविल लाइंस में शिफ्ट करा दिया और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राजे सरकार में मंत्री रहे डा.अरुण चतुर्वेदी का टिकट ही कटवा दिया।

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