लखनऊ में ट्र‍िपल मर्डर: सम्पत्ति के लालच में बेटे ने मां-बाप और भाई को मार डाला, पहले खाने में मिलाया नशीला पदार्थ और फिर रेत दिया गला

लखनऊ 

उत्तरप्रदेश के लखनऊ से एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक बेटे ने सम्पत्ति के लालच में मां-बाप और भाई की हत्या कर दी। उसने पहले खाने में नशीला पदार्थ मिलाया और फिर तीनों का गला रेत कर हत्या कर दी। इसके बाद तीनों के शव को अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगा दिया।

मृतकों की शिनाख्त विकासनगर सेक्टर दो निवासी इंडियन आयल कार्पोरेशन से सेवानिवृत डिप्टी मैनेजर महमूद अली खां, उनकी पत्नी दरक्षा और बेटे सावेज के रूप में हुई। पुलिस ने तीनों शव अलग-अलग जगहों से हाल ही में बरामद किए थे। बड़े बेटे सरफराज ने रुपए के लालच में इन तीनों को मार डाला। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। 

शव मिलने से पहले बड़ा बेटा सरफराज पुलिस को बार-बार गुमराह करता रहा और कहता रहा कि सभी लोग जम्मू गए हुए हैं। वहां पर किसी वजह से फंस गए। इसी बीच 6 जनवरी को भाई की लाश, उसके दूसरे दिन दो अज्ञात शव मिले। इनकी शिनाख्त हुई, तो पुलिस को बड़े  बेटे पर शक और गहरा गया। इस शक की बिना पर बुधवार को पुलिस उसके विकास नगर स्थित घर निरीक्षण करने पहुंची और सख्ती से पूछताछ की तो उसने गुनाह कबूल कर लिया।

पूछताछ में पता चला है कि आरोपित ने संपत्ति की लालच में घटना को अंजाम दिया। पूछताछ में सरफराज ने पुलिस को बताया कि उसके माता पिता और भाई उसको तवज्जो नहीं देते थे। कोई भी उसकी बात नहीं सुनता था और अक्सर तीनों उसे बेवजह टाेकते रहते थे। माता-पिता उससे ज्यादा सावेज की परवाह करते थे। इसकी वजह से वह परेशान था और उसने तीनों की हत्या कर दी। बीकेटी पुलिस बुधवार को वारदात का राजफाश करेगी।

सुपारी देकर रची थी हत्या की साजिश
बीकेटी सीओ नवीना शुक्ला ने बताया कि आरोपी बेटे ने कबूल किया है कि  उसने पहले सबको खाने में जहर मिलाकर खिला दिया। उसके बाद उनकी गला रेत कर हत्या कर दी। लोग शक न करें इसके लिए परिजनों के जम्मू-कश्मीर जाने की झूठी कहानी रच दी। पुलिस ने बताया कि बैकुंठ धाम में काम करने वाले अनिल को 1.80 लाख की सुपारी देकर हत्या करने की साजिश रची थी। सरफराज और अनिल ने दाल में नींद की 80 गोलियां मिलाई थीं। उसके बाद दोनों ने बांके से गला काट कर शवों को ठिकाने लगा दिया था। पुलिस ने घर की छत से खून से सने गद्दे व बांका बरामद कर लिया है।

ऐसे खुला हत्या का राज
इटौंजा में माल रोड के किनारे 6 जनवरी को शावेज (भाई) का शव मिला था। उसके दूसरे व तीसरे दिन मलीहाबाद में एक बुजुर्ग पुरुष व महिला का शव मिला। तीनों का गला काटा गया था। पुलिस तीनों शवों का एक दूसरे से लिंक जोड़ ही रही थी कि तभी विकास नगर से 1 ही परिवार के तीन लोगों के लापता होने की जानकारी हुई। जांच में सामने आया कि तीनों शव उन तीनों गुमशुदा लोगों के ही हैं। उनकी हत्या उनके ही बेटे सरफराज ने की थी।

परिजनों की मर्जी के खिलाफ की थी लव मैरेज
हरदोई संडीला के रहने वाले साढ़ू सलीम के मुताबिक सरफराज ने घर वालों के खिलाफ लव मैरेज की थी। इसका खुलासा होने पर परिजनों ने विरोध किया। उसके चाल-चलन से पूरा परिवार परेशान था। वह यह कदम उठाएगा किसी ने सोचा भी नहीं था। वहीं, घटना के बाद उनकी बेटी अनम का रो-रोकर बुरा हाल है।

सीओ नवीना शुक्ला के मुताबिक, सरफराज ने बताया कि उसका परिवार उसको पसंद नहीं करता था। इसकी वजह से वह चार-पांच सालों से कोलकाता और बैंगलोर में रह रहा था। घर वाले छोटे भाई के आगे उसकी एक भी नहीं चलने देते थे। साथ ही उसको बस में करने के लिए टोना-टटका करते थे, ताकि वह उनकी हर बात माने और घर वालों की नौकरी करे। इसी बीच अगस्त में बहन के निकाह की जानकारी हुई।

इसके बाद से ही सरफराज ने परिजनों की हत्या का योजना बनाना शुरू कर दी। इसके लिए उसने अनिल से संपर्क किया। उसके बाद 27 नवंबर 2021 में बहन के निकाह के लिए आया और घर में ही रुक गया। मौका मिलने पर पांच जनवरी को वारदात को अंजाम दिया।

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