वाराणसी
वाराणसी के काशी स्टेशन पर रेलवे के सिग्नल विभाग के ESM, उनकी पत्नी और ढाई साल के बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रविवार सुबह घटना की जानकारी तब हुई जब वो ड्यूटी पर नहीं पहुंचे। तीनों के शव रेलवे आवास में एक ही बेड पर पड़े मिले। तीनों के मुंह से झाग निकला था। कमरे में अंगीठी भी मिली।
सुबह हेल्पर IP रूम की चाबी लेने गया तब मामले की जानकारी हुई। घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की हर एंगल से छानबीन कर रही है। मौके पर पहुंची आरपीएफ, आदमपुर पुलिस और फोरेंसिक टीम ने कमरे की छानबीन की। फोरेंसिक टीम ने कमरे से साक्ष्य के तौर पर मोबाइल, कुछ बर्तन और अन्य सामान को कब्जे में लिया। एडिशनल सीपी और एडीसीपी वरुणा जोन ने भी घटनास्थल की जांच की।
पुलिस ने जताया ये संदेह
अपर पुलिस आयुक्त अपराध व मुख्यालय संतोष कुमार सिंह ने बताया कि दम घुटने या विषाक्त पदार्थ खाने से मौत की आशंका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी। किसी तरह की आपराधिक घटना नहीं है, क्योंकि दरवाजा अंदर से बंद था। शव पर कहीं भी कोई निशान नहीं है। सभी सामान कमरे के अंदर सुरक्षित और व्यवस्थित मिले हैं।
रात में वीडियो कॉल से की थी बात
बिहार नालंदा के तेल्हाड़ा थाना अंतर्गत बदलपुर निवासी राजीव रंजन पटेल (38) उत्तर रेलवे के काशी रेलवे स्टेशन पर दूर संचार विभाग में संकेत अनुरक्षक (सिग्नल मेंटेनर) पद पर कार्यरत था। स्टेशन के पास ही रेलवे कॉलोनी में आवास लेकर पिछले आठ माह से पत्नी अनुपमा (34) और बेटे हर्ष के साथ रह रहा था।
रात में साढ़े नौ बजे से पहले परिजनों और रिश्तेदार से मोबाइल पर वीडियो कॉल से बातचीत की। सुबह सात बजे से काशी स्टेशन पर ही राजीव की ड्यूटी थी, तय समय पर स्टेशन नहीं पहुंचने पर सेक्शन इंजीनियर ने राजीव को फोन किया। फोन नहीं लगने पर एक कर्मचारी को रेलवे आवास भेजा। लगभग आधे घंटे तक कर्मचारी ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
कमरे के अंदर धुआं
इसके बाद सेक्शन इंजीनियर ने इसकी सूचना आरपीएफ को दी। आरपीएफ की टीम ने किसी तरह दरवाजा खोला तो कमरे के अंदर धुआं भरा हुआ था और बेड पर राजीव, उसकी पत्नी अनुपमा और ढाई साल का बेटा मृत हाल में थे। सभी के मुंह से झाग निकला हुआ था। अंगीठी पूरी तरह से बुझ चुकी थी।
मच्छरदानी के अंदर बेड पर ESM राजीव रंजन पटेल, उनकी पत्नी और बेटा सोए हुए थे। राजीव रंजन अपने बेड पर उल्टी किए हुए थे। वहीं, उनकी पत्नी अनुपमा का हाथ बेटे हर्ष के मुंह पर था।” तीनों लोगों के मुंह से झाग निकल रहा था। हेल्पर ने घटना की सूचना पड़ोसियों को दी। पड़ोसियों ने सूचना आदमपुर थाने की पुलिस को दी। पुलिस ने अब तक की जांच में पाया है कि घर से कोई सामान गायब नहीं है। कमरे में अंगीठी भी जल रही थी। ऐसे में यह हो सकता है कि या तो परिवार ने जहर खाकर जान दी हो। या फिर, अंगीठी जलने की वजह से दम घुट गया हो। फिलहाल फील्ड यूनिट की जांच जारी है।
पड़ोसियों ने बताया कि राजीव मूल रूप से बिहार के नालंदा के रहने वाले थे। वह चार बहनों के इकलौते भाई थे। उनकी सभी बहनों की शादी हो चुकी है। फरवरी 2021 में वह ट्रांसफर होकर वाराणसी आए थे।
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