डूंगरपुर
राजस्थान में ACB ने मंगलवार को डूंगरपुर में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक SHO को 52 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस SHO ने एक मामले को रफादफा करने के एवज में एक लाख रुपए की घूस मांगी थी।
गिरफ्तार SHO का नाम बाबूलाल डामोर है और वह रामसागड़ा थाने में तैनात है। बाबूलाल डामोर ने मुकदमे को रफा-दफा करने की एवज में एक लाख रूपए की घूस मांगी थी। ट्रैप की कार्रवाई के दौरान थानाधिकारी ने रिश्वत के पैसे लेकर अपनी दराज में रख लिए। एसीबी ने यह राशि बरामद कर ली। ACB अब गिरफ्तार SHO के आवास और अन्य ठिकानों की तलाशी ले रही है।
डूंगरपुर एसीबी चौकी के कार्यवाहक प्रभारी एएसपी माधोसिंह सोढा ने बताया कि 27 मार्च को रेटा निवासी परिवादी भूरा लाल व सह-परिवादी शांतिलाल ने डूंगरपुर एसीबी चौकी में आकर रिपोर्ट दी थी कि 17 मार्च को होली के दिन रेटा गांव में उसके भाई दिनेश व मगन के साथ गांव के कालू व अन्य लोगों ने मारपीट की थी। इसके बाद दोनों पक्षों ने रामसागड़ा थाने में एक-दूसरे के खिलाफ मामले दर्ज करवाए थे। विपक्षी कालू ने परिवादी के परिवार के 28 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
रिपोर्ट में बताया कि थानाधिकारी मामले को थाने पर ही रफा-दफा करने के लिए एक लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे। इस दौरान थानाधिकारी ने 28 में से 18 लोगों से 5 हजार रुपए लिए और शांति भंग में गिरफ्तार किया था। थानाधिकारी ने आरोपियों में से कुछ को जानलेवा हमले के मामले में फंसाने की बात कही थी। इस पर डूंगरपुर एसीबी ने शिकायत का 27 मार्च को सत्यापन करवाया।
प्रति आरोपी मांगे थे तीन हजार
सत्यापन में थानाधिकारी द्वारा दर्ज मामले को रफा-दफा करने के लिए प्रति आरोपी 3 हजार की डिमांड की। शिकायत का सत्यापन होने के बाद एसीबी ने ट्रेप का जाल बिछाया। जिसके तहत परिवादी 52 हजार लेकर रामसागड़ा थाने पहुंचा। थानाधिकारी ने रिश्वत की राशि लेकर अपनी दराज में रख ली। परिवादियों का इशारा पाकर एसीबी की टीम ने रिश्वत की राशि दराज से बरामद की और आरोपी थानेदार बाबूलाल को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
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