जयपुर
जयपुर की एडीजे कोर्ट क्रम 1 में हत्या के एक मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस ने अपनी जोरदार किरकिरी करा ली। दरअसल कोर्ट ने पुलिस से हत्या के सबूत पेश करने को कहा तो पुलिस बोली सबूतों को तो बंदर ले गए।
मजेदार बात ये है कि जब कोर्ट में चल रही ट्रायल के दौरान जब्त आर्टिकल पेश करने के आदेश मिले, तब पुलिस ने कोर्ट में लिखित में जवाब देकर कहा कि चाकू और सारे जब्त आर्टिकल बंदर ले गए। इस संबंध में 2016 में ही रोजनामचे में रपट भी डाल रखी है।
चंदवाजी थाना इलाके के शशिकांत शर्मा हत्या मामले में एडीजे कोर्ट क्रम 1 में सुनवाई चल रही है। पुलिस ने हत्या के आरोप में 5 दिन बाद चंदवाजी के ही राहुल कंडेरा और मोहनलाल कंडेरा को गिरफ्तार कर वारदात का खुलासा किया था। इसके साथ ही पुलिस ने वारदात में काम लिए चाकू सहित कई सामान जब्त किए थे। जब कोर्ट ने जब्त आर्टिकल पेश करने के आदेश दिए तो पुलिस ने कोर्ट में लिखित में जवाब देकर कहा कि चाकू और अन्य 13 जब्त आर्टिकल बंदर ले गए। इस संबंध में 2016 में ही रोजनामचे में रपट भी डाल रखी है।
पुलिस के इस रवैये पर कोर्ट ने नाराजगी जाहिर की। वहीं लोक अभियोजक ने इस संबंध में पुलिस से स्पष्टीकरण लेकर कोर्ट को अवगत करवाने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण को पत्र लिखकर स्थिति साफ करने की गुहार की है। लोक अभियोजक के अनुसार खून लगा चाकू और अन्य जब्त आर्टिकल बंदर के ले जाने की बात अजीब है। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखा था, जिसका अब तक कोई जवाब नहीं आया है। मामले पर अब बुधवार को सुनवाई होगी।
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