वीर बाल दिवस
विश्वानि देव अग्रवाल, बरेली
गुरु गोविन्द सिंह के पुत्रों ने धर्म के नेक सिद्धांतों से विचलित होने की जगह मृत्यु को स्वीकार किया। उनके अदम्य साहस और न्याय के प्रति उनके संकल्प को स्मरण रखने के लिए भारत सरकार ने 26 दिसंबर को “वीर बाल दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा की है। आज नई हवा के इस अंक में प्रस्तुत है यह कविता:
गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों ने
दिया आज अपना बलिदान,
‘वीर बाल दिवस’ मनाकर
देते श्रद्धांजलि सम्मान!
जिंदा दीवार में चुनवाया
और सिर को धड़ से लिया उतार,
नहीं किया धर्म परिवर्तन
खुद को दिया धर्म पर वार!
दिखलाया अदम्य साहस
धर्म हेतु हो गये कुर्बान,
‘वीर बाल दिवस’ मनाकर
आओ बढ़ायें उनका मान!
दीवारों के बीच चुन गये
सिर कटवाया दे दी जान,
दिल दहलाया था दुश्मन का
याद करेगा हिन्दूस्तान!
(लेखक भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत वरिष्ठ अधिकारी हैं)
नोट:अपने मोबाइल पर ‘नई हवा’ की खबरें नियमित प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9460426838 सेव करें और ‘Hi’ और अपना नाम और सिटी लिखकर मैसेज करें
यदि आप 55+ हैं तो ये जरूर पढ़ें, बहुत काम की हैं ये टिप्स
देशभर की अदालतों में जजों के हजारों पद खाली, सामने आया चौंकाने वाला यह आंकड़ा
पेपर लीक प्रकरण में कड़ा एक्शन: 4 शिक्षाकर्मी नौकरी से बर्खास्त, 46 नकलची भी आजीवन ब्लैक लिस्ट
बैंक के 4,037 करोड़ डकार गए कम्पनी और उसके निदेशक, CBI ने दर्ज की FIR, देशभर में पड़े छापे
OPS को लेकर आई बड़ी खबर, जानिए केंद्र सरकार का क्या है प्लान, कर सकती है ये बदलाव
राजस्थान में वर्ष- 2023 के सार्वजानिक अवकाश घोषित, यहां देखिए लिस्ट
अब हर जगह अनिवार्य होगा Birth Certificate, जानिए क्या है सरकार का नया प्लान