नागौर
नगर परिषद की लापरवाही ने शनिवार को चार बच्चों की जान ले ली। नगर परिषद ने ऐसा डम्पिंग यार्ड बनाया कि उसमें बारिश का पानी भर गया जिसमें बच्चे खेलते-खेलते चले गए और दलदल में ऐसे फंसे कि निकल नहीं पाए और वहीं डूबने से मौत हो गई।
यह दर्दनाक हादसा प्रदेश के नागौर शहर का है जिसके पावर हाउस के सामने मैदान में बनाए डम्पिंग यार्ड में भरे पानी में डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई। मृतका बच्चों की उम्र 4 से 6 साल के बीच की है। सूचना मिलते ही नागौर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और चारों बच्चों को गोताखोरों की मदद से बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नागौर पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी, एडिशन एसपी राजेश मीणा भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया।
पुलिस के अनुसार साटिया बस्ती के 4 बच्चे घर से बाहर खेलने का कहकर निकले थे। इसी दौरान खेलते-खेलते बच्चों का पैर उस गड्ढे में पड़ गया। दलदल होने के चलते बच्चे उसमें फंसते चले गए और उनकी मौत हो गई। राहगीर ने एक बच्चे के शव को तैरते हुए देखा तो आसपास के लोगों और पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और चारों बच्चों को बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मरने वाले चार बच्चों में 6 साल का सिम्भू, 5 साल का रामु, 4 साल की लिछमा और 6 साल की आरती शामिल है। यह चारों बच्चे अलग-अलग परिवार के हैं। चारों की मौत की खबर मिलने के बाद साटिया समाज के कबीले में गहरा शोक छा गया।
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