जयपुर/नई दिल्ली
मनमोहन सिंह की सरकार में वित्त सचिव रहे और अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वित्तीय सलाहकार अरविंद मायाराम (Arvind Mayaram) के जयपुर और दिल्ली स्थित ठिकानों पर गुरुवार को CBI ने छापे मारे। अरविंद मायाराम के खिलाफ UPA के शासनकाल में केंद्रीय वित्त सचिव रहते हुए नोट छापने के टेंडर में 1688 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। हाल ही में वे राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुए थे।
आज CBI ने इसी मामले में अरविंद मायाराम के ठिकानों पर छापे मारे जहां से CBI ने कई अहम डॉक्यूमेंट जब्त किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली और जयपुर में तलाशी ली गयी। दरअसल यह मामला करेंसी छापने के लिए मटेरियल सप्लाई करने वाली एक ब्लैकलिस्टेड ब्रिटिश कंपनी (DelaRau) से जुड़ा है। कंपनी को मटेरियल की क्वालिटी घटिया होने के चलते वर्ष 2011 में ही ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था।
इसके बाद भी मनमोहन सरकार में फाइनेंस सेक्रेटरी रहते हुए अरविंद मायाराम ने बिना टेंडर प्रोसेस के कंपनी को तीन साल का एक्सटेंशन दे दिया और नोट छापने में इस्तेमाल होने वाला कलरफुल धागा खरीदने का ऑर्डर जारी कर दिया। यह ऑर्डर करीब 1688 करोड़ का था। यह खरीद 2012 में हुई थी। इस मामले में अरविंद मायाराम को केन्द्र सरकार ने 2017 में नोटिस भेजा था। गहलोत के करीबी अफसरों में मायाराम की गिनती होती है।
मोदी सरकार ने आते ही फाइनेंस से हटाया
मोदी सरकार ने आते ही 16 अक्टूबर 2014 में ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव किया था। तब अरविंद मायाराम को फाइनेंस से हटाकर टूरिज्म मिनिस्ट्री में भेज दिया गया। मायाराम ने इस पोस्टर पर जॉइन नहीं किया। इसके महज 15 दिन बाद ही उनका तबादला माइनॉरिटी डिपार्टमेंट में कर दिया गया।
गहलोत के खास, भारत जोड़ो यात्रा में दिखे थे अरविंद मायाराम
67 वर्षीय अरविन्द मायाराम सेवानिवृत्त होने के बाद कुछ समय राजस्थान आ गए। कांग्रेसी बैकग्राउंड होने और आलाकमान के नज़दीकी होने के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें अपना सलाहकार बना लिया। पिछले दिनों जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान से गुजरी थी। तब अरविन्द मायाराम ने भी यात्रा में हिस्सा लिया था। 22 दिसंबर को अलवर में हुई कांग्रेस की सभा में भी अरविन्द मायाराम मौजूद रहे।
अरविंद मायाराम UPA सरकार में वित्त सचिव रह चुके हैं। गहलोत के करीबी अफसरों में मायाराम की गिनती होती है। UPA सरकार के समय चिदंबरम के करीबी माने जाते थे। पिछले दिनों अलवर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुए थे। अरविन्द मायाराम केंद्र में ग्रामीण विकास विभाग में वित्तीय सलाहकार और विशेष सचिव रह चुके हैं। केंद्रीय वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं। राजस्थान सरकार में पर्यटन, प्लानिंग और उद्योग में सचिव रह चुके मायाराम अलवर और बूंदी में कलेक्टर रह चुके हैं।
अरविंद मायाराम का परिवार सियासी रसूखात वाला
गहलोत के सलाहकार अरविंद मायाराम का परिवार पुराना कांग्रेसी परिवार रहा है। अरविंद मायाराम की मां इंदिरा मायाराम 1998 से 2002 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहली सरकार में मंत्री रहीं थीं। वे सांगानेर से कांग्रेस की विधायक रहीं थीं। पिछले करीब चार सालों से वे अशोक गहलोत के सलाहकार के तौर पर सेवा दे रहे हैं। वे 1978 बैच के राजस्थान कैडर के IAS अधिकारी रहे हैं। केंद्र में सेवा देने के दौरान ही वे रिटायर हो गए। ऐसी अटकलें हैं कि अरविंद मायाराम राजस्थान में इस होने वाले विधानसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं।
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