‘अब बस; बहुत लग गया पूर्व, कितने पूर्व लगाओगे मेरे नाम के आगे’ | जानिए पूरा मामला जिससे फिर गरमा गई सियासत

जयपुर / करौली 

‘अब बस; बहुत लग गया पूर्व, कितने पूर्व लगाओगे मेरे नाम के आगे।’ यह कोई छोटा- मोटा बयान नहीं है। इसमें छुपी है पीड़ा और भविष्य के ऐसे संकेत जिसने राजनीति को फिर गरमा दिया। राज्यसभा चुनावों की वोटिंग के तुरंत बाद आए इस बयान ने राजस्थान में धमाल मचा दिया और कई लोगों को टेंशन दे दी।

दरअसल राजस्थान के एक ऐसे नेता की यह पीड़ा आज खुलकर बाहर निकल कर आई जिसके नाम के आगे कई पदों का जिक्र करते हुए कई बार पूर्व लगाना पड़ता है। हम बात कर रहे हैं कांग्रेस नेता सचिन पायलट की जो अब नहीं चाहते कि अब उनका परिचय बार-बार पूर्व लगा कर दिया जाए। सचिन पायलट कांग्रेस के वो नेता हैं जिनका परिचय अब पूर्व डिप्टी सीएम, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व सांसद के रूप में दिया जाता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट अब चाहते हैं कि यह ‘पूर्व’ अब नहीं लगे।

सचिन पायलट ने अपनी इस पीड़ा का इजहार करौली के श्रीमहावीरजी में हुए किसान सम्मेलन और शहीद प्रतिमा अनावरण समारोह के दौरान किया। सचिन पायलट ने किसान सम्मेलन में अपनी पीड़ा कुछ यूं व्यक्त की- अभी भाषण में ये नाम ले रहे थे, पूर्व, ये पूर्व, वो। इस कम उम्र में बहुत से ‘पूर्व’ लगा दिए मेरे नाम के पीछे। मुझे पेंशन मिलती है पार्लियामेंट से। मैं पूर्व सासंद भी तो हूं। पूर्व उप मुख्यमंत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, अब और कितने ‘पूर्व’ लगाओगे मेरे नाम के आगे।’

 ‘सचिन लाओ, राजस्थान बचाओ’
इसी दौरान सचिन के समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने सचिन पायलट की मौजूदगी में ही ‘सचिन लाओ, राजस्थान बचाओ’ का नारा लगा कर कांग्रेस में फिर उथल-पुथल के संकेत दे दिए। वेद प्रकाश सोलंकी बोले- अभी कहा कि 40 डिग्री टेंपरेचर है। आपने यहां का टेंपरेचर तो नाप लिया, लेकिन लोगों के दिलों में कितना टेंपरेचर है, यह नहीं मापा। लोगों के दिलों का टेंपरेचर नापना पड़ेगा। इनके दिलों का टेंपरेचर नहीं नापा गया तो समय नहीं बचेगा। इस समय की मांग है- ‘पायलट साहब को लाओ, राजस्थान बचाओ।’

पायलट जो कहते हैं, वह करते हैं
सोलंकी ने कहा- हम नौजवानों के बीच कह रहे हैं। यह बात बार-बार कहते हैं। हम एक बात बार-बार कहते हैं कि हम कांग्रेस के हितैषी हैं। हम युवा और गरीब की बात करते हैं। कांग्रेस की सरकार दोबारा आएगी, तभी गरीबों का हित होगा। कांग्रेस की सरकार दोबारा कैसे आएगी, यह आप लोग जानते हो। आप समझते हो। अब देने की बारी हम जैसे विधायकों की है। अब आलाकमान के देने की बात है।

पायलट साहब का जहां पसीना गिरता है, हम साथ रहते हैं। हम साथ इसलिए रहते हैं कि पायलट जो कहते हैं, वह करते हैं। वे और नेताओं की तरह नहीं हैं, जो कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं।

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