भरतपुर
इस बार भरतपुर का ऐतिहासिक जसवंत प्रदर्शनी मेला जैसे-तैसे लगा तो प्रकृति के कोप ने उसे बर्बाद कर दिया। मेला मैदान और प्रदर्शनी स्थल पर इतना पानी भरा कि मेला व्यापारियों की दुकानदारी ही चौपट हो गई। मेला का आनंद लेने लोग नहीं पहुंचे। मेला व्यापारियों के उदास चेहरों के बीच भरतपुर जिला व्यापार महासंघ ने जिला प्रशासन से इन व्यापारियों को सहायता देने की मांग की है।

इस मामले को लेकर सोमवार को भरतपुर जिला व्यापार महासंघ की एक बैठक जिलाध्यक्ष संजीव गुप्ता की अध्यक्षता में हुई और इसमें मांग की गई कि जसवंत प्रदर्शनी में भारी वर्षा के कारण बाहर से आए व्यापारियों का जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जाए और उनसे लिया गया समस्त किराया उनको वापस किया जाए। ताकि उनके घावों पर कुछ मरहम लग सके। महासंघ ने कहा है कि अतिवृष्टि के कारण व्यापारियों का भारी नुकसान हुआ है तथा आमदनी के नाम पर उनको कुछ भी नहीं मिला है।
महासंघ ने कहा है कि छोटे छोटे व्यापारी जो कि गत दो वर्षों से कोरोना के कारण काफी नुकसान भुगत चुके थे उनको इस मेले के आयोजन होने पर रोशनी की किरण महसूस होने लगी। लेकिन गत तीन दिनों की वर्षा ने सभी नागरिकों एवं व्यापारियों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। अब इससे हुए नुकसान से इन छोटे छोटे व्यापारियों की कमर टूट गई है। लिहाजा इन व्यापारियों की सहायता सरकारी स्तर पर की जाए। यदि नगर निगम इनसे किराये के रूप में लिए गये धन को सहायता के रूप में वापस दे दे तो भी इनको काफी साहरा लग जाएगा।
कलक्टर से मिलेगा महासंघ
जिला प्रवक्ता विपुल शर्मा ने बताया कि मीटिंग में निर्णय लिया गया कि भरतपुर जिला व्यापार महासंघ का एक प्रतिनिधि मण्डल 11 अक्टूबर को जिला कलक्टर से मुलाकात कर इस समस्या को सामने रखेगा। इस मीटिंग में नरेन्द्र गोयल, जय प्रकाश बजाज, बंटू भाई, अशोक शर्मा, प्रदीप शर्मा, इन्दुशेखर शर्मा, अंजुम सिंघल, रोहित चौधरी आदि व्यापारीगण मौजूद रहे।
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